(जसवीर सिंह हंस) रीना आनर्र किलिंग मामले में वकील आसिफ अंसारी के अनुसार एस डी एम पांवटा साहिब ने रीना को स्थानीय विधायक सुखराम चौधरी के दबाव के कारण सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक बिठाकर रखा व विधायक के कहने अनुसार काम कर रहे थे | वही मृतक रीना के वकील आसिफ अंसारी का आरोप है विधायक सुखराम चौधरी तथा उनके भतीजे चरणजीत चौधरी भी एस डी एम कोर्ट में मोजूद थे तथा उनके राजनितिक दबाव में ही मृतक रीना के मायके वाले रीना का अपहरण करके ले गये थे तथा इसकी विडियो एस डी एम ऑफिस में लगे सी सी टी वी से मिल सकती है |वकील आसिफ अंसारी का आरोप है कि यदि एस डी एम पांवटा साहिब व पुलिस अधिकारी सही समय पर कारेवाही करते तो महिला की जान बच सकती थी |
एस पी ऑफिस से चंद कदमो की दुरी से एक युवती का अपहरण हो जाते है और डी एस पी प्रमोद चौहान को इसकी खबर तक नहीं लगी | मृतक रीना के वकील आसिफ अंसारी का आरोप है कि उन्होंने कलही सिरमौर के पुलिस अधीक्षक रोहित मालपानी व पांवटा साहिब के एस एच ओ अशोक चौहान को राजनितिक दबाव में ही मृतक रीना के मायके वाले रीना को जबरदस्ती ले जाने की सुचना दी थी | यही नहीं माजरा पुलिस भी मोके पर खड़ी सारा तमाशा देखती रही |
कोलर में रीना पुत्री दर्शन जिसकी शादी रामपुर भारापुर निवासी तपेंदर के साथ हुई थी को उसके मायके वालो ने पीट पीट कर मार डाला | जिसके बाद घरवालो ने आनन-फानन में लाश का अंतिम संस्कार कर दिया गया। रोंगटे खड़े कर देने वाली बात यह है कि मृतक रीना के अपने ही इस गुनाह में शामिल थे। मृतक रीना की हत्या करने के बाद शव को जला दिया गया। मिली जानकारी के अनुसार घरवालो को शक था कि महिला किसी अन्य धर्म के व्यक्ति के साथ चली गयी थी व मृतक रीना के पास की एक बेटी भी है जिसकी उम्र लगभग 6 साल है जो इस समय अपने पिता के साथ रह रही है |