प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भगवान परशुराम की पालकी को कंधा देकर अंतरराष्ट्रीय रेणुका मेले का विधिवत शुभारंभ किया। करीब दो बजे मुख्यमंत्री का चौपर माइना गांव पहुंचा। यहां से मुख्यमंत्री का काफिला सड़क मार्ग से स्कूल मैदान पहुंचा, जहां उन्होंने विधिवत पूजा अर्चना के बाद भगवान परशुराम की पालकी को कंधा देकर विशाल शोभायात्रा का शुभारंभ किया। यह पहला मौका है जब जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार अंतरराष्ट्रीय रेणुका मेले का शुभारंभ करने पहुंचे।
हालांकि, हर साल मुख्यमंत्री ही देवपालकी को कंधा देकर शोभायात्रा का शुभारंभ करते हैं। यही परंपरा कई दशकों से चली आ रही है। बहरहाल, शोभायात्रा दोपहर बाद करीब तीन बजे स्थानीय खेल मैदान से शुरू होकर ददाहू बाजार, गिरिपुल, बड़ोन, देवशिला व मेला मैदान से होते हुए शाम ढलने से पूर्व रेणुकाजी तीर्थ के त्रिवेणी संगम पर पहुंची। जहां देवताओं का पारंपरिक मिलन हुआ। इस मिलन को नजदीक से निहारने व इस पावन पलों के साक्षी बनने के लिए हजारों श्रद्धालुओं का हुजूम मेले में दिखाई दिया। प्राकृतिक लोक वाद्य यंत्रों, शंख, घंटियाल, ढोल-नगाड़ों, बैंड बाजे के साथ निकाली गई।