जानकारी के मुताबिक कॉलेज ऑफ़ आयुर्वेदिक फार्मास्यूटिकल साइंसेस के छात्र मुख्यमंत्री के पास कॉलेज ऑफ़ आयुर्वेदिक फार्मास्यूटिकल साइंसेस जोगिंदर नगर को सरकारी करने की मांग को लेकर पपरोला मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में गए थे। लेकिन इन छात्रों को मुख्यमंत्री से मिलने से रोक दिया गया। जब यह छात्र सड़क के किनारे खड़े होकर मुख्यमंत्री के काफिले का इंतजार कर रहे थे तो मुख्यमंत्री के बॉडी गार्डों और पुलिस ने मारपीट की।
इस मारपीट में एक छात्र पर मुख्यमंत्री के बॉडी गार्ड ने गन से हमला किया तो दूसरे एक महिला पुलिस कर्मी ने लड़कियों से मारपीट की। जिस लड़के को मुख्यमंत्री के बॉडी गार्ड ने मारा उसको और एक लड़की को काफी चोट आई है और वो दोनों हॉस्पिटल में एडमिट है।
राईट फाउंडेशन के अध्यक्ष सुरेश कुमार ने मांग की है कि अगर इन छात्रों को इंसाफ नही दिया गया या संबंधित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही नही हुई तो मजबूरन को सड़कों पर आना पड़ेगा। जिसकी पूरी जिमेवारी हिमाचल प्रदेश सरकार और प्रशासन की होगी। राईट फाउंडेशन हिमाचल में पुलिस और मुख्यमंत्री के बॉडी गार्डों की ज्यादती सहन नही करेगा। मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश तुरंत संबंधित पुलिस कर्मियों और बॉडी गार्ड के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही करते हुए नौकरी से बर्खास्त करे।