कहते हैं कि संघर्ष करते रहना ही जिंदगी जीने का दूसरा नाम है। लेकिन अगर हौसले बुलंद हो तो मंजिल तक पहुंचना बेहद आसान हो जाता है। संघर्ष और जज्बे से जीवन में कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। इन सभी बातों को सार्थक कर दिखाया है हिमाचल प्रदेश पुलिस में डीएसपी पद पर पदोन्नति प्राप्त करने वाले विजय कुमार रघुवंशी ने।
गरीब व निर्धन परिवार से सम्बन्ध रखने वाले विजय कुमार रघुवंशी ने अपनी प्रतिभा का परचम लहराते हुए अपनी मेहनत, ईमानदारी और कुछ कर दिखाने के जज्बे ने एक सिपाही पद पर भर्ती होकर डीएसपी के पद तक पहुँचने का सफर तय कर, यह साबित कर दिया है कि प्रतिभा किसी संसाधन का मोहताज नहीं होता है। बता दें कि विजय कुमार रघुवंशी को बीते दिनों हिमाचल प्रदेश सरकार ने डीएसपी के रैंक पर पदोन्नति की सौगात दी है, और मंगलवार को उन्होंने राजधानी शिमला में अपना कार्यभार भी संभाला लिया है।
बता दें कि सोलन जिला की कसौली तहसील एक छोटे से गाँव मुसाडा(चडीयार) के रहने वाले विजय कुमार रघुवंशी पुलिस विभाग में वर्ष 2002 में बतौर कांस्टेबल भर्ती हुए थे। जिसके बाद उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर पहले सब इंस्पेक्टर, फिर पदोन्नति लेकर एसएचओ और अभी हाल ही में डीएसपी पद पर पदोन्नति हासिल की है। गरीब परिवार से सम्बन्ध रखने वाले विजय ने कड़ी मेहनत और ईमानदारी से अपने फर्ज को निभाते हुए कई उपलब्धियां हासिल की हैं। उल्लेखनीय है विजय कुमार रघुवंशी को पुलिस विभाग में उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए डीजीपी डिस्क अवार्ड से सम्मानित किया जा चूका है| विजय की इस उपलब्धि से उनका और परिवार गाँव के साथ साथ आस पास के इलाके का नाम भी रोशन हुआ है ।
विजय कुमार रघुवंशी इससे पहले कालाआम्ब, नाहन, रेणुकाजी तथा किन्नौर के पूह और पुलिस थाना पुरावाला और राजधानी शिमला के बालूगंज में भी अपनी सेवाएँ दे चुके हैं। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कालाआम्ब में खनन माफिया पर पूरी तरह से नकेल कसने के अलावा, नाहन में एक बड़े ब्लाइंड मडर केस,जिसमे 50 लाख की इन्शोरेश के लिए एक मजदूर की हत्या कर दी गई थी को 10 दिन में सुलझाया, अपने कार्य क्षेत्रों में उन्होंने ट्रैफिक व्यवस्था को भी दुरुस्त किया, इसके अलावा कई अन्य उपलब्धियां भी इनके नाम रही है।
ईमानदारी से अपने फर्ज को निभाने वाले विजय कुमार अपने सरल स्वभाव के लिए भी जाने जाते हैं वह जितने सख्त अपने फर्ज के लिए हैं उतने ही सरल और मिलनसार भी हैं। विजय ने गोवमेन्ट स्कूल कोटबेजा से दसवीं के बाद सीनियर सेकेंडरी स्कूल परवाणू से जमा दो तथा गोवमेन्ट डिग्री कॉलेज कालका से बीए की शिक्षा प्राप्त की है। बचपन से ही उन्हें गरीबी की मार झेलनी पड़ी है, लेकिन उन्होंने अपने हौंसले को कम नहीं होने दिया। अपने बचपन के दिनों में उन्होंने दूसरों के पास मजदूरी भी की है। एक समय उन्होंने ऐसा भी देखा है जब उन्हें अपने परिवार सहित घर से बेघर भी होना पड़ा था। वह दौर उनके जीवन का मुश्किल दौर रहा है। लेकिन बुलंद हौंसले और कुछ कर कर दिखाने के उनके जनून ने उन्हें उस दौर में भी टूटने नहीं दिया।
प्रजासत्ता से बात करते हुए डीएसपी विजय कुमार रघुवंशी ने कहा कि शुरूवात से ही पुलिस विभाग में अपना बेहतर देने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि वो अपनी अगली पारी शुरू करने जा रहे हैं। पुलिस विभाग में अपनी अगली जिम्मेदारी की कसौटी पर खरा उतरने का वह भरसक प्रयास करेंगे।
उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा है कि मुश्किल समय में अपना हौंसला नहीं हारना चाहिए बल्कि मुसीबतों का डट कर सामना करना चाहिए, तब कोई भी बाधा आपकी मंजिल तक पहुँचने का रास्ता नहीं रोक सकती। उन्होंने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपनी माता व स्वर्गीय पिता और परिवार को दिया है। बता दें कि विजय रघुवंशी की धर्मपत्नी ममता भी पुलिस विभाग में ही अपनी बेहतरीन सेवाएँ दे रही है। विजय की इस उपलब्धि से परिवार और क्षेत्र में ख़ुशी का माहौल है।