कथित अवैध खनन की वीडियो वायरल करने वाले आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए ग्रामीणों ने एसडीएम से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पंचायत मानपुर देवड़ा और नवादा के निवासियों ने एक वायरल फर्जी वीडियो पर आपत्ति जताते हुए एसडीएम पांवटा साहिब से निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। यह वीडियो 20 जनवरी 2025 को फेसबुक पर वायरल हुआ, जिसमें गिरि नदी और यमुना नदी में अवैध खनन का आरोप लगाया गया और इसमें गांववालों की संलिप्तता का दावा किया गया।
उधर गांव के ग्रामीणों का कहना है कि यह वीडियो पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक है। उनका दावा है कि स्टोन क्रशर मालिकों ने यह जमीन लीज पर ली है और वैध खनन कार्य कर रहे हैं। गांव वासियों ने बताया कि यह आरोप न केवल उनकी छवि को धूमिल कर रहा है बल्कि खनन अधिकारियों के कार्यों पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है।
उधर इस पूरे मामले को लेकर माइनिंग विभाग पर भी काफी दबाव है और उनका कहना है कि बेहद कम स्टाफ के बावजूद में है दिन रात अवैध माइनिंग को रोकने के लिए काम करते हैं। ग्राम वासियों का कहना है कि खनन अधिकारी अपनी जिम्मेदारियां पूरी ईमानदारी से निभा रहे हैं। इस तरह के फर्जी वीडियो से उनकी साख और कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
गांव वासियों ने प्रशासन से अपील की है कि वायरल वीडियो की सच्चाई की जांच की जाए। साथ ही, वीडियो बनाने और वायरल करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि इस प्रकार की झूठी जानकारी फैलाने वालों पर रोक लग सके। ग्राम पंचायत मानपुर देवड़ा और नवादा के लोगों ने इस मामले में एसडीएम से त्वरित कार्रवाई की अपील की है और निष्पक्ष जांच के माध्यम से सच सामने लाने की मांग की है। गांव वासियों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि इस तरह के फर्जी वीडियो से उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने वालों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।