पांवटा साहिब : सरकार के नशा मुक्ति के दावे और शहर के बीच बने नशे के अड्डे , अब तक हो चुकी सैकड़ो मौतें, पढ़ें खास रिपोर्ट

मुख्यमंत्री ने सभी पुलिस अधीक्षक को 20 अप्रैल तक नशे के नेटवर्क पर विस्तृत डोजियर तैयार करने के निर्देश दिए

( जसवीर सिंह हंस ) मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने सभी जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वे इस वर्ष 20 अप्रैल तक पंचायत स्तर पर ‘चिट्टा’ के आपूर्तिकर्ताओं और उपभोक्ताओं सहित नशा नेटवर्क की मैपिंग का कार्य पूरा कर लें मुख्यमंत्री ने सभी पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को निर्देश दिया कि वे पंचायत स्तर तक के नशा तस्करों और उपभोक्ताओं के बारे में पूरी गंभीरता से विस्तृत डोजियर तैयार करें। उन्होंने कहा कि वे 20 अप्रैल को फिर से प्रगति की समीक्षा करेंगे और गलत रिपोर्ट देने वाले अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। सभी एस पी को पंचायत स्तर पर औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं ।

 

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बेशक पुलिस नशा मुक्ति के दावे करती रही हो व नशा तस्करी के लोगों को सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी हो पर पुलिस  अभी तक पांवटा साहिब में नशे सप्लाई के बड़े अड्डो पर कारेवाही में नाकाम साबित हुई है | वही बात करें सिरमौर पुलिस की एस आई यु टीम की तो अब तक कई नशे के कारोबारियों को सलाखों के पीछे एस आई यु टीम पहुंचा चुकी है परंतु इलाके के शातिर नशा तस्करों ने इस कदर अपना जाल बिछा दिया है कि अब पुलिस भी इन को पकड़ने में बहुत कठिनाई से गुजरती है क्योंकि यह छोटी-छोटी मात्रा में ही नशा तस्करी करते हैं तथा पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाते हैं यहां तक कि उन्होंने अपने ग्राहक भी फिक्स कर दिया है ताकि है पुलिस की नजर से दूर रहे वहीं पुलिस के अधिकारियों तक नशा तस्करों की संपूर्ण व सटीक जानकारी भी जिम्मेदार कर्मचारी नहीं पहुंचा पा रहे हैं

अब तक कई युवाओ की जान ले चूका है जानलेवा नशा  – सूत्रों के दावे मने तो अब तक नशे से अब तक कई युवाओ की जान जा चुकी है परन्तु अब तक नशे को रोकने के लिए कोई खास कदम नहीं उठाये गये है | डीएसपी ऑफिस एसडीएम ऑफिस पुलिस स्टेशन से कुछ मीटर की दूरी पर ही शहर के बीचोबीच वार्ड नंबर 9 और 10 में खुलम खुला नशे का कारोबार पता नहीं किसकी शय पर चल रहा है | जबकि इसकी शिकायत मुख्यमंत्री  तक हो चुकी है व पहले भी ये खुलासा हो चूका है कि कैसे नोजवान पीढ़ी व यहाँ तक की लडकिया व स्टूडेंट भी इस नशे के कारोबार में बुरी तरह फस चुके है | इस मुददे पर काफी शोर भी मचा था परन्तु कोई कड़ी कार्रवाई ना हो सकी |

लोगो दवारा इस बारे में  पुलिस अधिकारियों  को भी कई बार नशे के कारोबारियों के नाम पता उपलब्ध किये गये थे इस बारे में स्थानिय लोगो  का कहना है कि शहर में बढ़ रहे नशे के कारोबार पर वो एक बार फिर मांग उठाएंगे व उन्होंने  ने पहले भी नशे के कारोबार को रोकने के लिए पुलिस को चेतावनी दी थी इस बार फिर इस मुददे को सरकार तक उठाया जायेगा |वहीं कई संस्थाएं भी इस नशे के कारोबार को रोकने में सामने आई और हिमाचल यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष के प्रधान इंद्रजीत सिंह मीका के नेतृत्व में नशा तस्करों के खिलाफ 9 और 10 नंबर वार्ड में अभियान भी चलाया गया इसके बाद नशा तस्करों में हड़कंप मच गया था तथा नशा तस्करी पर अंकुश लगाया जा चुका था परंतु अब यह नशे का व्यापार दोबारा शुरू हो गया या यूं कहें कि नशे के व्यापारियों ने मौत के व्यापार को फिर बढ़ावा देना शुरू कर दिया है

नशे के कैप्सूल , स्मेक , गोलिया ,इंजेक्शन , आदि शहर में बिक रहे है | कई महंगे नशे होने के कारण युवा पीढ़ी इस नशे कि दलदल में फस तो जाती है परन्तु निकल नहीं पाती कुछ युवा नशा न मिलने के कारण मौत का रास्ता चुन लेते है कुछ कुछ नशा छोड नहीं सकने के कारण तो कुछ ओवर डोस के कारण |सवाल ये उठता है कि इस मौत के लिए आखिरकार जिम्मेवार कौन पुलिस प्रशासन सरकार या समाज य़ा परिवार |

वही शहर में खुले नशा मुक्ति केन्द्र भी शहर में बढ़ रहे नशे को साफ दिखाते है दिनोदिन आस पास के नशा मुक्ति केन्द्रों में पांवटा साहिब से नशे की लत में युवाओ की संख्या बदती जा रही है | विकासनगर के एक नशा मुक्ति केन्द्र के संचालक ने बताया की उनके यहाँ अब तक पांवटा साहिब से काफी युवा भर्ती हो चुके है व स्मेक भूकी कैप्सूल कोरेक्स शराब आदि नशे से ग्रस्त युवाओ ने उनके यहाँ इलाज करवाया है व करवा रहे है | उन्होंने कहा की उनके यहाँ से कुछ युवा बिलकुल ठीक होकर जाते है परन्तु पांवटा साहिब जाकर फिर नशे के चंगुल में फस जाते है |

 

पावटा साहिब में नशे के कारण हो रही मौतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है 16 अप्रैल 2024 को  वार्ड नंबर 7 के एक युवक द्वारा आत्महत्या का मामला सामने आया था जो कि नशे का आदी था तथा कुछ दिन पहले ही पुलिस द्वारा स्मैक सहित पकड़ा गया था तथा जमानत पर आने के बाद उसने घरेलू विवाद के चलते आत्महत्या कर ली थी

उपमंडल के बद्रीपुर में एक नशे के आदि युवक ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी मिली जानकारी के अनुसार सुखविंदर सिंह उर्फ बिल्ला पुत्र सुरेंद्र सिंह उम्र 30 वर्ष जामनीवाला रोड बद्री वार्ड नंबर 3 नगर नशे का आदी था इसी कारण उसकी पत्नी भी अपनी बच्ची को लेकर पहले उसको छोड़ कर अपने मायके शिलाई चली गई थी

 

वही यह भी सवाल उठता है कि जहा सरकार प्रदेश में नशा मुक्ति की बड़ी बड़ी बाते कर रही है परन्तु धरातल पर सब धराशायी है | सात राज्यों में मुख्यमंत्री व अधिकारी भी निपटने के लिए रणनीति बनाने पर विचार कर चुके है | हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, राजस्थान के मुख्यमंत्रियों तथा केन्द्र शासित क्षेत्र चण्डीगढ़ के प्रशासक के साथ मुख्यमंत्री नशे पर लगाम लगाने कि रणनीति बना चुके है मादक पदार्थों की तस्करी से संबंधित सूचना के आदान-प्रदान के लिए एक प्रभावी प्रणाली का निर्माण कर नशा तस्करी में संलिप्त अपराधियों को पकड़ने कि बात कर रहे है । परन्तु हिमाचल प्रदेश में नशे से मौतों में वृद्धि हो रही है |

9 सितम्बर को पांवटा साहिब के तहत वार्ड नबर 9 में किरपालशिला गुरुद्वारे के पीछे बंगाला कॉलोनी पीर की मजार के पास एक युवक का शव मिला था | मृतक जितेंदर पुत्र राजेंदर स्थायी निवासी तिहरी गढ़वाल की आयु लगभग 30 साल बताई जा रही थी स्थानीय कपनी में काम करता था

पांवटा साहिब के भूपपुर में नशे के आदी एक 24 वर्षीय युवक ने फंदा लगाकर जान दे दी । भूपपुर में एक युवक काफी समय से नशे का सेवन करता था । जिसके बाद 24 वर्षीय युवक ने परेशान होकर अपने घर पर फंदा लगा लिया। जब परिजन घर आये तो देखा युवक फंदे में लटका हुआ है। जिसके बाद युवक को तुरंत फंदे से उतारकर उपचार के लिये सिविल अस्पताल ले गये जहां पर चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। इससे अलावा पिछले एक दशक में सैकड़ो मौतें नशे के कारण हो चुकी है

पांवटा साहिब में पिछले समय से नशे से मौते हो रही है जिनमे 7 जुलाई 2018 को खोदरी माजरी के जंगल में एक व्यक्ति का शव मिला था । शव के पास से दवाई की डिब्बी व एक शराब की बोतल मिली थी । शव कई महीने से यहाँ पड़ा था । पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार खोदरी माजरी के जंगल में वन विभाग के कर्मचारी झाड़ियों की सफाई कर रहे थे। तो उस समय कर्मचारियों को झाड़ियों में एक शव देखा था ।

1 जून 2017 को एक युवक को नशे के कारण अपनी जान से हाथ धोना पड़ा | जिली जानकारी के अनुसार कर्मजीत सिंह पुत्र ज़सवीर सिंह निवासी गोंदपुर की हार्ट फैल होने के कारण मौत हुई है युवक को पांवटा साहिब सिविल हॉस्पिटल पहुंचाया गया, जहां जांच के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया गया था जोकि स्मैक का आदि था । युवक जसप्रीत शादीशुदा था और उसके पास एक 3 साल का बेटा भी है, । परिजनों ने उसे नशा मुक्ति केंद्र भेजा था, जिससे वह नशे से दूर रह सके। जबकि इस दौरान जब उसे रविवार को नशा मुक्ति केंद्र लेकर आए तो केवल दो दिन ही ठीक रह पाया। इसके बाद उसे नशे की लत लगने लगी और उसे फिट पढ़ना शुरू हो गए। साथ ही साथ वह अपने आप से ही बातें करने लगा था और उसे नींद आना बंद हो गई थी सिविल हॉस्पिटल से उसका इलाज करवाया जा रहा था, लेकिन उसकी हालत में कुछ भी सुधार न होने के कारण उसका आज सुबह 6 बजे हार्ट फेल हो गया, जिस कारण उसकी मौत हो गई।

4 अगस्त 201 8 पांवटा साहिब कि बद्री नगर कि अमर कॉलोनी में किराय के मकान में रहने वाले नशे के आदि युवक ने फंदा लगाकर की आत्महत्या कर ली मिली जानकारी के अनुसार पंकज गोस्वामी उम्र 26 साल पुत्र बिशन सिंह मूल निवासी अल्मोड़ा उत्तराखण्ड ने गत रात जब घर में अकेला था तथा उसके माँ व भाई उसकी बहन के घर गये हुए थे तो फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली । सुबह घर वापिस आये उसके भाई ने खिड़की से युवक को पंखे से लटके देखा तो उनके होश उड़ गए,| बताया जा रहा है कि युवक स्मेक के नशे का आदी था व पहले भी दो बार आत्महत्या का प्रयास कर चूका था | परिजनों ने युवक को नशा मुक्ति केंद्र भी भेजा परन्तु वहा से आने के बाद कुछ महीने बाद युवक ने दोबारा नशा करना शुरू कर दिया था परिजनों का कहना है कि कुछ नशे के आदि युवक उसको दोबारा बहला फुसला कर ले जाते थे | वही मोके पर सुसाइड नोट मिला है जिसमे युवक ने आत्महत्या के लिए जिन्दगी से परेशान होना लिखा था |

17 मार्च 2017 को एक व्यक्ति का शव यमुना नदी के किनारे मिला था । इसके बाद पुलिस द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिवार वालो को सोंप दिया था । जिसकी पहचान रविंद्र पुत्र श्याम सुंदर वार्ड नंबर 9 के निवासी रूप में हुई है, जोकि शराब के नशे में यमुना नदी के किनारे मृत अवस्था में पाया गया। वार्ड नंबर 9 के पार्षद व नगरपालिका के उपाध्यक्ष नवीन शर्मा ने बताया कि ये व्यक्ति शराब पीने का आदि था व अपने परिवार में दो बच्चे व अपनी पत्नी को पीछे छोड़ गया था |

 

किसी माँ के बेटे की ,बहन के भाई, बाप के लाडले , किसी के पति की मौत नशे से हो रही है तो किसी और को कोई फरक नहीं पड़ता | कुछ एक नशे के व्यपार की छोटी मछली को पकड़ कर खाना पूर्ति जरुर की जाती है  | लोगो दवारा इस बारे में  स्थानीय पुलिस अधिकारियों  को भी कई बार नशे के कारोबारियों के नाम पता उपलब्ध किये गये थे  | इस बारे में स्थानिय लोगो  का कहना है कि शहर में बढ़ रहे नशे के कारोबार पर वो एक बार फिर मांग उठाएंगे व उन्होंने  ने पहले भी नशे के कारोबार को रोकने के लिए पुलिस को चेतावनी दी थी इस बार फिर इस मुददे को सरकार तक उठाया जायेगा |

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