( जसवीर सिंह हंस ) जहा एक और डॉक्टर को भगवान का रूप कहा जाता है वही पांवटा साहिब के सिविल हॉस्पिटल में डॉक्टर के शर्मिंदा कर देने वाली हरकत सामने आयी है | जहा इमरजेंसी में तेनात डॉक्टर रिचा तिवारी ने गरीब मरीज को उसके गंदे व फटे हुए कपड़े देखकर इलाज देने से इंकार कर दिया व गरीब मरीज घंटो तक हॉस्पिटल के बाहर तडफता रहा व बिना प्राथमिक उपचार के ही उनको नाहन रेफर कर दिया जब मरीज में 108 एम्बुलेंस में जाने से इंकार कर दिया तो उसको हॉस्पिटल में एडमिट नहीं किया गया |
मजे की बात ये है कि एस.एम्.ओ. डॉक्टर संजीव सहगल के कहने के बावजूद भी डॉक्टर रिचा तिवारी मरीज को भर्ती करने से मना करती रही व रेफर करने की जिद करती रही | इसपर हॉस्पिटल के बाहर भारी भीड़ जुट गयी व गरीब परिवार मदद मांगता रहा व तमाशबीन देखते रहे | इस मामले में लोगो ने पांवटा साहिब के सिविल हॉस्पिटल का नाम बदलकर रेफेर हॉस्पिटल रखने की मांग भी करदी जिससे सारे मरीजो को रेफेर करने का काम हो जायेगा |
गरीब मरीज राजकुमार की टांग में जख्म होने के बावजूद उसकी पट्टी तक नहीं की गयी व कोई दवाई तक नहीं दी गयी व उसकी टांग में रॉड डाली गयी थी जिसको ओर्थो के डॉक्टर को दिखाने की आवश्यता थी व एक महिला जिनको ओर्थो के डॉक्टर को दिखाने की आवश्यकता थी व पांवटा साहिब के सिविल हॉस्पिटल में ओर्थो के डॉक्टर कि सुविधा होने बावजूद डॉक्टर जानबुझकर गरीब मरीजो को रेफर करने में रही रही |
जबकि गरीब मरीज को किसी प्रकार की कोई जानकारी ही नहीं थी व स्थानीय लोग उसको हॉस्पिटल में लाये थे उनको भी डॉक्टर पूछती रही कि ये आपके लगते कौन है वही गरीब मरीजो को हॉस्पिटल लाये लोगो का कहना है कि ये बस स्टैंड के नजदीक भीख मांगकर गुजारा करते है व उनकी सहायता के लिए ही उनको वे हॉस्पिटल लाये थे परन्तु डॉक्टर का व्यवहार देख वे दंग रह गये | मीडिया द्वारा ये मामला हेल्थ डायरेक्टर बलदेव कुमार शिमला तक मामला पहुच गया है व उन्होंने मामले में आरोपी डॉक्टर पर कारेवाही की बात कही है |