प्रसिद्ध शरद महोत्सव का आयोजन आगामी 11 अक्टूबर से लेकर 13 अक्टूबर तक पांवटा साहिब में किया जाएगा । महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा को लेकर आज एसडीएम कार्यालय में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त एवं अध्यक्ष शरद महोत्सव डॉ आरके परुथी ने कहा कि महोत्सव के आयोजन से जुड़ी विभिन्न उप समितियां अपने स्तर पर भी बैठकों का आयोजन करके आयोजन की रूपरेखा को जल्द तय करें।
बैठक में यह फैसला भी लिया गया कि उत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन को लेकर सांस्कृतिक उपसमिति गठित होगी। जिसकी संयोजक अतिरिक्त उपायुक्त सिरमौर रहेंगी। इस समिति में एसडीम पांवटा साहिब, जिला लोक संपर्क अधिकारी और जिला भाषा अधिकारी भी सदस्य के तौर पर शामिल रहेंगे।
उपायुक्त ने इस बात पर भी जोर दिया कि शरद महोत्सव की स्मारिका को एक ऐसा दस्तावेज बनाए जाने की दिशा में कार्य होना चाहिए ताकि यह बहु उपयोगी और बहुआयामी साबित हो सके। उन्होंने कहा कि स्मारिका में महत्वपूर्ण टेलीफोन नंबरों की डायरेक्टरी के अलावा पांवटा साहिब औद्योगिक क्षेत्र के महत्वपूर्ण व्यापारिक प्रतिष्ठानों की जानकारी, रक्तदानियों की सूची के अलावा राज्य और केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी पर आधारित सामग्री भी रहनी चाहिए ताकि यह स्मारिका वास्तव में एक ऐसी स्मारिका साबित हो जिसे कोई भी व्यक्ति सहेजना चाहे।
बैठक के दौरान समृति चिन्ह पर अंकित होने वाले ‘लोगो‘ को लेकर भी चर्चा की गई। यह फैसला लिया गया कि यमुना नदी की पृष्ठभूमि में पांवटा के मुख्य धार्मिक केंद्रों को ऐसे स्वरूप में दर्शाया जाए जिससे समग्र तौर पर शरद महोत्सव की भी झलक परिलक्षित हो। उपायुक्त ने कहा कि शरद महोत्सव के दौरान प्रदर्शनी के आयोजन को लेकर भी खाका तैयार किया जाए। इस प्रदर्शनी में पांवटा साहिब औद्योगिक क्षेत्र की प्रमुख उद्योग इकाइयों के खाद्य अथवा पेय पदार्थों को प्रदर्शित किया जा सकता है। इसके अलावा विभिन्न विभाग भी प्रदर्शनी लगाने की दिशा में पूरे प्रयास करें। उपायुक्त ने महोत्सव के दौरान कानून व्यवस्था, साफ सफाई और ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर भी कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महोत्सव के स्वरूप को अंतिम रूप देने से पहले जिला मुख्यालय पर भी एक और बैठक का आयोजन किया जाएगा। बैठक में विधायक सुखराम चौधरी, राज्य खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर, एसडीएम पांवटा साहिब एलआर वर्मा के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी और महोत्सव से जुड़े गैर सरकारी सदस्य भी मौजूद रहे।