विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही के कारण विश्रामगृह शिलाई का वीआईपी कमरा जलकर राख हो गया है हालांकि सूचना मिलने पर अग्निशमन विभाग ने मौका पर पहुंच कर आग पर काबू पा लिया। विश्रामगृह शिलाई में लगी आग से पुरे क्षेत्र में सनसनी है, गनीमत रही कि भीषण आग से भवन के अतिरिक्त कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ है।
लोनिवि मंडल ने अपने स्तर पर जाँच शुरू कर दी है जबकि पुलिस विभाग ने अलग से मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू की है। जानकारी के अनुसार सुबह लगभग 9 बजे के करीब कमरे में लगे हीटर के अत्यधिक गर्म होने से कमरे के बेड पर पड़े कपड़ों ने आग पकड़ ली तथा धीरे धीरे पूरा कमरा भीषण आग की चपेट में आ गया एक – एक करके कुर्सियां , बेड, खिड़किया और फिर आखिर में आग छत तक पहुंच गई।
रेस्ट हाउस का कमरा नंबर 6 बीआईपी कमरा है जिसमे आम आदमी को जाने की इजाजत नहीं है। कमरे का परमीट भी किसी व्यक्ति के नाम नहीं है जो सर्दी के मौसम में हीटर का प्रयोग कर रहा हो, भवन की वायरिंग नए तरिके से इसी वर्ष की गई है तथा जरूरत वाले स्थानों पर अतिरिक्त एमसी का इस्तेमाल किया गया है जिसमें शॉटसर्किट होने का खतरा नहीं है
आश्चर्य की बात यह है जब कमरे में कोई नहीं था तो हीटर किसके लिए जलाया गया था तथा कमरा बंद करते समय हीटर को क्यों बंद नहीं किया गया हालाकिं जाँच के बाद सभी पहलुओं से पर्दा उठा जाएगा, लेकिन वर्तमान में कमरा नंबर 6 में लगी भीषण आग कई सवाल खड़े कर रही है।
लोनिवि मंडल शिलाई के अधिशासी अभियंता प्रमोद उप्रेती ने बताया कि विश्रामगृह शिलाई का कमरा नंबर 6 में अचानक आग लगी है। कमरे का परमिट किसी के नाम नहीं है कमरा बंद था अचानक आग कैसे लगी इसकी जाँच की जा रही है। आग लगने से विभाग को लाखो रूपये का नुक्सान हुआ है नुक्सान की रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
विश्रामगृह में वायरिंग भी हाल ही में की गई है जिससे शाट्सर्किट के चान्स नहीं हो सकते है। पुलिस के साथ विभाग अपने स्तर पर भी जाँच कर रहा है यदि कर्मचारियों की लापरवाही पाई गई तो विभागीय कार्रवाही अमल में लाई जाएगी।