( जसवीर सिंह हंस ) सिरमौर जिला कॉंग्रेस के अध्यक्ष अजय सोलंकी ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए सदर पुलिस थाना के एसएचओ विजय कुमार के लाइन हाजिर करने के मामले में पूरी भाजपा सरकार को घेरते हुए जारी एक व्यान में कहा कि कहा तो भाजपा सरकार भ्र्ष्टाचार के मुद्दे को प्रदेश में खत्म करने जैसे वायदों से काबिज हुई थी लेकिन नाहन विधानसभा क्षेत्र में तो भाजपा के नेता उच्च पद की गरिमा भी भूल बैठे है | इस कदर पद के नशे में चूर चूर है कि कानून के रखवाले पुलिस अधिकारियों को धमकाया जा रहा है | अजय सोलंकी ने कहा है कि ईमानदार पुलिस अधिकारी ने रोजनामचे में रपट डाल अपनी दरियादिली दिखा दी कि उनको सरकारी काम मे बाधा पहुचाने व हुड़दंगियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज न करवाने हेतु दवाब बनाया जा रहा था |
रोजनामचे में बहुत स्पष्ट लिखा है कि रमेश शर्मा जॉइंट सेकेट्री विधानसभा व स्पीकर साहब साहब ने अधिकारी विजय कुमार को धमकाया | उन्होंने कहा की अध्यक्ष विधानसभा डॉ राजीव बिंदल तो अपनी सारी गरिमापूर्ण मर्यादायों को लांघ हुड़दंडियो को बचाने में लगे है | उन्होंने तो रपट के मुताबिक फोन पर धमकी देते हुए यहां तक बोल डाला कि उमेश आदि मेरे बंदे है इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज न करे और रही बात कॉन्स्टेबल अमरेंदर की तो में उसको देख लूंगा |अजय सोलंकी में कहा कि बहुत शर्म की बात है कि अध्यक्ष साहब चल रहे विधानसभा सत्र में भी हुड़दंगियों को बचाने में लगे हुए हैं वो भी उन्हें जो पुलिस थाने में ही पुलिस कर्मियों पर हाथ उठाने जैसा संगीन अपराध किया | अजय सोलकी ने व्यान में कहा कि कहा ईमानदार विजय कुमार थाना प्रभारी का लाइन हाजिर जैसी सजा से व उनको उनके पद पर फिर से बहाल नही किया तो कॉग्रेस आंदोलन करेगी |
उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन इस मामले में गम्भीरता से विचार करे |अजय सोनकी ने कहा कि इंस्पेक्टर विजय कुमार के कालाअंब में बतौर थाना प्रभारी रहने के बाद भी माइनिंग के खिलाफ एक्शन चर्चा में रहा था। मूलतः सोलन के परवाणु के रहने वाले इंस्पेक्टर का पिछला रिकॉर्ड भी प्रशंसनीय रहा है। हाल ही में जुड्डा के जोहड़ के समीप कार में एक मजदूर को जलाने की घटना को क्रेक करने में इंस्पेक्टर विजय की बड़ी भूमिका रही थी। इनके द्वारा दर्जनों चोरियों के अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुचाया है | विजय कुमार ईमानदार व सच्चे पुलिस अधिकारी है इसी बजह इन भाजपा नेताओं को यह ईमानदार अधिकार रास नही आते तभी ये नेता क़ानून के रखवालो को भी अपनी जेब मे रखना चाहते है |
क्या है मामला : सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार रात को नाहन शहर में बीजेपी नेताओं ने एक पुलिसकर्मी के भाई के साथ मारपीट की थी। उसके बाद बुधवार को जब बीजेपी के उक्त नेता नाहन थाने में पहुंचे,तो उन्होंने वहां पर एक पुलिसकर्मी के साथ दुर्व्यवहार किया तथा थाने में ही पुलिस कर्मी को धमकाया भी यहां तक की हाथापाई पर भी उतरे व कार्यवाही में बाधा पहुचाई | पुलिस कर्मी ने दुर्व्यवहार करने वालो के खिलाफ मामला दर्ज करने की थाना प्रभारी से मांग की व कांस्टेबल ने थाना में तीनों के खिलाफ लिखित शिकायत भी दे दी थी ।
पड़ताल करने पर पाया कि बीजेपी के तीन समर्थकों के खिलाफ आईपीसी की धारा-353, 506, 34 व 504 के तहत मामला दर्ज करने की सजा मिली है। बस मामला दर्ज होने से साथ साथ ही बड़े नेताओं का मामले में हस्तेक्षप शुरू ही गया जिसका खामियाजा सदर थाना प्रभारी विजय कुमार को भुगतान पड़ा | बीजेपी के बड़े नेताओं ने एसएचओ पर मामला न दर्ज करने के लिए दबाव बनाया। मगर मामला विभाग के कर्मी के साथ दुर्व्यवहार का था तो थाना प्रभारी के लिए कहावत “आगे कुंवा पीछे खाई” साबित हुई,जिसमें एक ईमान-दार पुलिस अधिकारी को सजा मिलती दिख रही है | ईमानदार पुलिस अधिकारी ने बीजेपी नेताओं के खिलाफ रपट डाल दी गई। उधर आज भी आला पुलिस अधिकारी अभी भी मामले में चुप्पी साधे हुए है,एसपी रोहित मालपानी बोले प्रशासनिक कारणों से हुए थानाप्रभारी लाइन हाजिर , कारण क्या रहे बताने में पूरी चुप्पी साधे रहे |