पहली बार मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक व सांसद के बिना समापन हुआ राज्य स्तरीय श्री वामन द्वादशी सराहां मेला

सत्ताधारी पच्छाद कांग्रेस मंडल किसी भी चुने हुए जन प्रतिनिधि को मेले में बुलाने में रहा नाकाम, जनता ने खड़े किए हजारों सवाल

चुनाव हारे, जनता के नकारे हुए कांग्रेस के नेता समापन समारोह में रहे मुख्य अतिथि 

Khabron wala 

हिमाचल प्रदेश की राजनीति में पच्छाद विधानसभा क्षेत्र का अपना अहम स्थान रहा है। प्रदेश को हिमाचल निर्माता डॉक्टर वाईएस परमार देने वाले पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में आज कांग्रेस पार्टी की गुटबाजी अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है। आलम यह है कि पच्छाद कांग्रेस मंडल राज्य स्तरीय श्री वामन द्वादशी सराहां मेले के समापन समारोह में मुख्यमंत्री, मंत्री, निगम व बोर्ड के अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष, सांसद व विधायक को बुलाने में नाकामयाब रहा। पच्छाद उपमंडल की 34 पंचायतों की जनता को प्रतिवर्ष सितंबर माह में लगने वाले श्री वामन द्वादशी सराहां मेले के समापन समारोह में उम्मीद रहती हैं कि मंत्री या मुख्यमंत्री समापन समारोह में आएंगे। तो पच्छाद उपमंडल के लिए कुछ ना कुछ घोषणा और कोई बड़ी योजनाएं देकर जाएंगे।

मगर पहली बार ऐसा हो रहा है कि जब राज्य स्तरीय श्री वामन द्वादशी सराहां को मेले के समापन समारोह में प्रदेश सरकार का कोई भी नुमाइंदा नहीं होगा। उनकी जगह हारे हुए कांग्रेस के नेता मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। जिससे पच्छाद क्षेत्र की जनता ने हजारों सवाल खड़े किए कि आखिर क्यों पच्छाद कांग्रेस मंडल की सरकार व संगठन में इतनी अनदेखी हो रही है। सोशल मीडिया पर तो कमेंटों की बाढ़ सी आ गई है। आखिर क्यों कांग्रेस पार्टी के 40 विधायको, मंत्रियों, उपमुख्यमंत्री व मुख्यमंत्री पच्छाद कांग्रेस मंडल के नेताओं के बुलावे पर भी मुख्य अतिथि बनने को तैयार नहीं हुए। बता दें कि सिरमौर रियासत के समय 1920 के दशक से श्री वामन द्वादशी सराहां मेले का आयोजन होता है। वर्ष 1943 से लेकर 1980 मेले का आकार बढ़ने लगा। तो सरकार ने 1980 के दशक में मेले को जिला स्तरीय मेला घोषित कर दिया। उसके बाद से प्रत्येक वर्ष विधायक, सांसद या मंत्री इस मेले में मुख्य अतिथि के रूप में आते रहे। जो पच्छाद क्षेत्र के लिए कई छोटी बड़ी घोषणाएं, योजनाएं तथा बजट देकर जाते थे। 2017 में प्रदेश सरकार ने किस मेले को जिला स्तरीय से बड़ा कर राज्य स्तरीय का दर्जा दे दिया। एक सप्ताह तक चलने वाले इस मेले में पिछले कई दशकों से करोड़ों रुपए का व्यापार होता है। हिमाचल और हरियाणा राज्य के हजारों लोग प्रतिदिन मेले में खरीदारी करने पहुंचते हैं। खरीदारी के साथ-साथ मेला कमेटी द्वारा दर्शकों के लिए विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं। जबकि विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा प्रदर्शनी लगाकर अपने विभाग की योजनाएं की जानकारी लोगों को दी जाती है। मगर पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में कई गुटों में बट चुकी कांग्रेस द्वारा राज्य स्तरीय मेले में किसी भी सरकार की नुमाइंदे को बुलाने में नाकामना रहने पर हर जगह भारी फजीहत हो रही है, जो कि भविष्य में कांग्रेस के लिए सुखद संकेत नहीं है।

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