( धनेश गौतम ) फोक सिंगिंग में नेशनल अवार्ड जितने वाली कलाकार लीला ठाकुर का नाम बंजार मेले की लिस्ट से नाटकीय ढंग से गायब कर दिया गया। पहले बंजार मेला कमेटी द्वारा फोक सिंगर लीला ठाकुर का स्टार नाइट के लिए चयन किया गया और बाकायदा इसकी लिस्ट जारी की गई।
लेकिन जैसे ही विधायक को पता चला कि विधानसभा चुनाव में उक्त सिंगर व उसके परिवार ने भाजपा को वोट नहीं दिया है और कांग्रेस प्रत्याशी आदित्य विक्रम सिंह का गाना गाया है तो लीला ठाकुर म्यूजिकल ग्रुप का नाम लिस्ट से काट दिया गया। जब यह म्यूजिकल ग्रुप कमेटी द्वारा दिए गए समय के अनुसार मंच पर कार्यक्रम देने पहुंचा तो पता चला कि लिस्ट से नाम गायब है।
जबकि इससे पहले मंच संचालक गला फाड़-फाड़ कर एनॉउंस कर चुके थे कि इसके बाद लीला एवं जीवन ठाकुर का कार्यक्रम होने वाला है। मंच पर जब लीला ठाकुर व जीवन ठाकुर ने लिस्ट से नाम काटने का कारण पूछा तो बताया गया कि वे विधायक सुरेंद्र शौरी के पसंद के कलाकार नहीं हैं। यह भी बताया गया कि उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान सुरेंद्र शौरी को वोट नहीं दिए हैं और उस दौरान कांग्रेस प्रत्याशी आदित्य विक्रम सिंह के लिए उक्त म्यूजिकल गु्रप द्वारा गाना गाया गया है।
यह सुनकर कलाकार लीला ठाकुर व जीवन ठाकुर हैरान रह गए। शनिवार को यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अवार्डी लीला ठाकुर व जीवन ठाकुर ने आरोप लगाया कि बंजार विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुरेंद्र शौरी ने बंजार मेले का पूरी तरह से राजनीतिकरण किया है। उन्होंने कहा कि गाना गाना उनका प्रोफेशन है और वे कई नेताओं के गाने बनाकर गा चुके हैं।
इसमें भाजपा के नेता भी हैं और कांग्रेस के भी और वोट किसे देना यह भारत के नागरिक का अपना लोकतांत्रिक अधिकार है। लेकिन बंजार के विधायक ने बंजार मेले की लिस्ट से उनका नाम इसलिए काटा कि उन्होंने विस चुनाव में उन्हें वोट नहीं दिया और कांग्रेस प्रत्याशी के लिए गाना गाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बंजार के विधायक को कैसे पता चला कि उनके परिवार व उन्होंने उन्हें वोट नहीं दिया है जबकि मतदान गुप्त होता है।
उन्होंने कहा कि उन्हें यह कहा गया कि चुनाव के दौरान टेढा चलने के कारण कार्यक्रम नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विधायक को वास्तव में इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए। जबकि विधायक एक संवैधानिक पोस्ट है और चुनाव के बाद विधायक सिर्फ पार्टी का नहीं बल्कि आम जनता व पूरे विधानसभा क्षेत्र का होता है। हिमाचली लोक कलाकार जीवन ठाकुर ने बताया कि वह बंजार विधानसभा क्षेत्र से एक मात्र ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने 200 से अधिक गीत स्वयं लिखे हैं और गाए हैं।
इसके अलावा उन्होंने कई स्टेज शो किए हैं और यूटयूव में उनके गीतों ने ख्याति अर्जित की है। वहीं, लीला ठाकुर ने बताया कि उन्हें लोकगीतों में राष्ट्रीय पुरस्कार मिला हुआ है। वर्ष 2012 में तत्कालीन महामहिम राष्ट्रपति ने उन्हें लोकगीत (रामकी कोलिए खोड़ू थाचा न) पर राष्ट्रीय अवार्ड मिला हुआ है लेकिन अपने घर में वह राजनीति का शिकार हो रही है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि बंजार मेले में अपने रिश्तेदारों को मंच दिया जा रहा है चाहे उसे गाना आता हो या न आता हो। उन्होंने कहा कि बंजार मेले के मंच की गरीमा पूरी तरह से समाप्त की गई है।