प्राकृतिक एवं मानव जनित आपदा से निपटने के लिए वीरवार को यहां नाहन चौगान में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया जिसमें सेना, पुलिस, होमगार्ड और विभिन्न विभागों द्वारा सक्रियता से भाग लिया । मॉक ड्रिल का संचालन उपायुक्त सिरमौर एवं अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण डॉ0 आरके परूथी द्वारा किया गया ।
मॉक ड्रिल के दौरान जिला में प्रातः साढ़े आठ बजे तीव्र भूंकप तीव्र भूंकप आने की कल्पना की गई रिक्टर स्केल पर भूकंप तीव्रता 8 आंकी गई । जिससे जिला में आठ पुल टूट गए । दूसरी यमुना और गिरी नदी में बाढ़ आने तथा भारी वर्षा के कारण अनेक स्थानों पर भू-स्खलन और आगजनी तथा औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब में गैस रिसाव के कारण अनेक लोगों के हताहत होने इत्यादि घटनाओं का परिदृष्य दर्शाया गया और जिला में रेड अलर्ट जारी करके सभी विभागों द्वारा बचाव व राहत कार्य करने आरंभ कर दिए गए ।
उपायुक्त ने जानकारी दी कि भूकंप आने के उपरांत जिला में संचार व्यवस्था ठपप हो गई थी और केवल सेटेलाईट दूरभाष और वायलैस के माध्यम से संदेश को प्रसारित करके जिला के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों राहत और बचाव कार्य आरंभ किए गए । दुर्घटना में मारे गए तथा घायल लोगों को मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में तुरंत लाया गया और उपचार किया गया । जिला के सभी सड़को को आवागमन के लिए खोला गया इत्यादि ।
उन्होने कहा कि आपदा प्रबंधन को कारगर एवं व्यवहारिक बनाने के लिए सबसे पहले जिला में संचार व्यवस्था को सुदृढ़ करने को प्राथमिकता दी जाएगी । उन्होने कहा कि जिला के सभी एसडीएम कार्यालय व तहसील कार्यालयों में सैटेलाईट दूरभाष स्थापित करने के लिए मामला प्रदेश सरकार के साथ प्रभावी ढंग से उठाया जाएगा ताकि किसी प्रकार की आपदा के दौरान जिला के अधिकारियों के साथ सम्पर्क स्थापित किया जा सके । उन्होने कहा कि जिला में उपलब्ध श्रमशक्ति और मशीनरी का भी अपडेट डाटा तैयार किया जाएगा ताकि आवश्यकता पड़ने पर इनका उपयोग बचाव व राहत कार्य के लिए किया जा सके ।
उपायुक्त ने कहा कि आपदा से निपटने के लिए सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए कार्य योजना तैयार की जाएगी ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में सभी विभागाध्यक्षों का सहयोग अविलंब मिल सके । उन्होने कहा कि मॉक ड्रिल का आयोजन समय समय पर किया जाएगा ताकि आपदा से निपटने के लिए किए गए प्रबंधको का जायजा लिया जा सके । उन्होने कहा कि जिला में तैराक एवं गोताखोरों का भी डाटा तैयार किया जाएगा ।
उपायुक्त ने कहा कि जिला में सभी मजदूरों और आम व्यक्तियों को प्रथम उपचार बारे एक दिवसीय प्रशिक्षण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन में दिया जाएगा चूंकि मजदूर वर्ग का ही आपदा के दौरान सर्वाधिक योगदान रहता है । उन्होने कहा कि आपदा प्रबंधन कार्यक्रम के तहत जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को आपदा से निपटने के लिए तैयार किए जाएगें और उन्हें होमगार्ड के जवान गांव में जाकर टेªनिग देगें ।
उन्होने कहा कि किसी भी दुर्घटना के दौरान स्थानीय लोग ही प्रशासनिक अधिकारियों के स्थल पर पहूंचने से पहले ही अपने स्तर पर बचाव एवं राहत कार्य को अंजाम देते है जिसके लिए ग्रामीण युवाओं को प्राथमिक उपचार और आपदा से निपटने के टिप्स देने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से कार्यान्वित किया जाएगा ।इस मौके पर पुलिस अधीक्षक सिरमौर अजय शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र ठाकुर, आपदा प्रबंधन आबजर्वर लै0 कर्नल एस घोष , सहायक आयुक्त रामेश्वर दास सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे ।