(जसवीर सिंह हंस )हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के भतीजे को एक बीएमडब्ल्यू कार ने कुचल दिया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं इस पूरी वारदात के पीछे की चौंकाने वाली वजह खुलकर सामने आ गई है। बताया जा रहा है कि वीरवार सुबह हुई घटना में घायल हुए आकांक्ष की मौत का कारण डॉक्टरों ने सिर में क्लॉट जमना बताया है। हालांकि मौत के सही कारणों का खुलासा शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद ही होगा लेकिन ऐसा किए जाने का कारण पता चल गया है। सेक्टर 3 थाना पुलिस ने आरोपियों पर अब धारा 302 जोड़ दी है। आरोपी बलराज और हरमहताभ (पूर्व मंत्री का पड़पोता) को गिरफ्तार करने के लिए चंडीगढ़ पुलिस की पांच टीमें वीरवार शाम से ही पंजाब में हैं। पुलिस पूछताछ में पता चला कि वारदात को रंजिश के चलते अंजाम दिया गया।
बुरी तरह से चढ़ा दी अकांक्ष पर बीएमडब्ल्यू कार
आरोपी युवकों ने यह कहते हुए अकांक्ष पर कार चढाई कि तू शेरा का बड़ा बॉडीगार्ड बना फिरता है। अकांक्ष अपने दोस्त शेरा के साथ आया था। पार्टी के दौरान फरीद और बलरात की शेरा के साथ किसी बात पर कहासुनी हो गई। पूछताछ में युवकों ने बताया कि बहस हाथापाई तक पहुंच गई थी। उस समय तो बीच-बचाव करके मामला शांत करवा दिया गया। इसके बाद अकांक्ष सेन और उसका भाई अदम्य सिंह राठौड़ वहां से सेक्टर-18 चले गए। सुबह 5 बजे अकांक्ष ने एक दोस्त को सेक्टर-18 बुलाया और वे सभी सेक्टर-9 दोबारा यह देखने पहुंच गए कि उसके बाद कोई झगड़ा तो नहीं हुआ। उनको वहां देखते ही गुस्साए बलराज ने फिर उससे बहस की। ये कहते हुए वह बीएमडब्ल्यू कार में बैठा, उसके साथ फरीद बैठा हुआ था। बलराज ने बुरी तरह से बीएमडब्ल्यू कार अकांक्ष पर चढ़ा दी। एक बार टक्कर लगने से अकांक्ष गिर गया और वो बोनट से टकराकर कार के टायर में फंस गया।
कार के नीचे 20 फीट घिसटता चला गया आकांक्ष
कार के नीचे आकांक्ष करीब 20 फीट घिसटता चला गया। इसके बाद युवकों ने आकांक्ष के सिर पर गाड़ी चढ़ा दी और मौके से फरार हो गए। उसके साथ फरीद सिंह भी था। इसी दौरान अकांक्ष को अदम्य पीजीआई के ट्रॉमा सेंटर ले गया। पुलिस के मुताबिक, जिस कोठी के सामने आरोपियों ने आकांक्ष को कुचला। उसके साथ वाली कोठी और एक अन्य कोठी में कैमरा लगा है। पुलिस मौके पर दोनों घरों में पहुंची। कोठी के मालिक ने बताया कि रात को उनके घर में बुजुर्ग रहते हैं जिसके लिए हीटर ऑन किया था और कैमरे का कनेक्शन कट गया। जिसके कारण कुछ रिकॉर्ड नहीं हो सका, जबकि सामने की कोठी के मालिक का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से कैमरे बंद पड़े हैं।
5 साल पहले हुई छोटे भाई की मौत
आकांक्ष के छोटे भाई की भी पांच साल पहले सोलन के सड़क हादसे में मौत हो गई थी। अब परिवार में माता-पिता और एक बहन रह गए हैं। परिवार के दोनों ही चिरागों को दर्दनाक मौत मिली है। वहीं आकांक्ष की मौत के बाद उसकी मां रोती रही जबकि पिता गुमसुम होकर पुलिस कार्रवाई करने में जुटे हुए थे। खास बात यह है कि इन दिनों घर में आकांक्ष की शादी की बात चल रही थी और घरवाले लड़की भी देख रहे थे। इतना ही नहीं अकांक्ष ने एक महीने पहले ही पार्टनरशिप में सेक्टर-9 में बूम बॉक्स कैफे खोला था। वहीं आकांक्ष की मौत के बाद पीजीआई के बाहर रिश्तेदारों व दोस्तों की भारी भीड़ जमा हो गई। ट्रॉमा सेंटर के बाहर पीजीआई प्रशासन ने अतिरिक्त सिक्योरिटी गार्ड और पुलिस कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया।
इकलौते चिराग की शादी के सपने को भी अधूरा छोड़ दिया
मुख्यमंत्री वीरभद्र के बेटे विक्रमादित्य का कहना हे कि हमने इस मामले को लेकर प्रशासन से बात की है। हमें सुबह ही पता लगा है कि आरोपियों का कोई पॉलिटिकल लिंक है। अगर पुलिस ने कार्रवाई में कुछ कमी दिखाई तो हम उच्च स्तर पर जाकर बात करेंगे। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर दिया गया है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।