लापता हेड कॉन्स्टेबल जसवीर सैनी केस में डीआईजी चौधरी शाम को जिला मुख्यालय नाहन पहुंचे. सर्किट हाउस में लापता हेड कॉन्स्टेबल के परिजनों व ग्रामीणों ने डीआईजी से मुलाकात की. इसके बाद परिजनों व ग्रामीणों ने डीआईजी को पूरे मामले से अवगत करवाया.
सिरमौर जिला के कालाअंब में तैनात हेड कॉन्स्टेबल जसवीर सैनी के लापता होने के मामले में विवाद बढ़ता देख इस केस की जिम्मेदारी वीरवार दोपहर स्टेट सीआईडी (क्राइम) के डीआईजी डीके चौधरी को सौंपी गई.
मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी चौधरी शाम को ही जिला मुख्यालय नाहन पहुंच गए. सर्किट हाउस में लापता हेड कॉन्स्टेबल के परिजनों व ग्रामीणों ने डीआईजी से मुलाकात की. परिजन व ग्रामीण डीआईजी से मुलाकात पर अड़े हुए थे.
इसके बाद परिजनों व ग्रामीणों ने डीआईजी को पूरे मामले से अवगत करवाया. वहीं, इस बीच डीआईजी को लिखे पत्र में लापता जवान की पत्नी अनिता ने निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए एसपी सिरमौर के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की.
इसके अलावा डीआईजी से ये भी गुहार लगाई है कि जांच में सिरमौर पुलिस के किसी भी कर्मचारी या अधिकारी को शामिल न किया जाए क्योंकि इससे जांच प्रभावित हो सकती है. लापता जवान की पत्नी अनिता ने एसपी के खिलाफ विभागीय जांच की मांग की. उन्होंने कहा एसपी पर प्रताड़ना के लिए उचित धाराएं लगाई जाएं और एसपी को यहां से बदलने की भी मांग की.
इसके अलावा जल्द से जल्द अपने पति को ढूंढने की भी गुहार लगाई. डीआईजी को लिखे पत्र में इस बात से भी अवगत करवाया गया कि एसपी सिरमौर द्वारा हेड कॉन्स्टेबल जसवीर को प्रताड़ित किया जा रहा था. डीआईजी ने इस मामले में लोगों व परिजनों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है. लोगों व परिजनों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि न्याय मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा.