लोगों की जान माल की रक्षा के लिए पुलिस तैनात होती है। लेकिन तब कानून के रक्षक ही भक्षक बन जाए तो फिर खाकी की छवि कैसी बनेगी इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं। सिरमौर जिले में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। सूत्रों के अनुसार पुलिस केंटीन से करीब पौने दो लाख का सामान गायब हो गया है। शक के घेरे में पुलिस का ही वर्दीधारी कर्मचारी है। उस पर कैंटीन से सामान चोरी होने का आरोप लगा है। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है। अब एसपी सिरमौर ने पूरे मामले पर जांच बैठा दी है। पांवटा के डीएसपी बीर बहादुर सिंह को जांच का जिम्मा सौंपा गया था।पुलिस मामले का आडिट भी करवा चुकी है जिसमें ₹170000 का सामान कम होने की पुष्टि हुई है।
असल में पहले शक की सुई किसी ओर में घूमी, लेकिन बाद में पता चला कि सामान किसी चोर ने नहीं पुलिस के ही अपने ने चुराया है। जांच अधिकारी ने सीसीटीवी फुटैज खंगाली है। अब आरोपित के खिलाफ कारवाई हो सकती है। प्रारंभिक जांच कहती है कि आरोपित कर्मचारी रोज सामान घर ले जाता था। कानून के पहरूये को कानून का कोई डर नहीं था। उसे कौन संरक्षण देता था, इस पहलू की भी जांच हो रही है। आरोपित कितना सामान चोरी कर गया, इसका असली खुलासा जांच पूरी होने के बाद ही लगेगा।
पुलिस अपने स्तर पर आरोपित पुलिस कर्मी के पेपर लीक होने के कनेक्शन की भी जांच कर रही है। इसका कोई कनेक्शन है या नहीं, इसका पता आगामी जांच से ही पता चलेगा। यह किससे संपर्क में रहता था, इस बात को जांच में शामिल किया जाएगा।
कैंटीन से सामान गायब हुआ है। स्टॉक में कमी पाई है। थेप्ट है या नहीं जांच से पता चलेगा। पांवटा के डीएसपी को जांच सौंपी गई है : ओमापति जम्वाल, एसपी, सिरमौर