जिला सिरमौर के सराहां डेडिकेडिड कोविड अस्पताल को कोरोना टर्सरी बनाने के विरोध स्वरूप सोमवार को सैकड़ों लोगों सिविल अस्पताल के बाहर पंहुच कर रोष प्रर्दशन किया। पिछले एक सप्ताह से पच्छाद क्षेत्र की यह चर्चा आम हो रही थी कि नाहन-शिमला से आई स्वास्थय विभाग की टीम ने पुरा सराहां सिविल अस्पताल को टेक ऑवर करने के निर्देंश दे दिए है। जिसके विरोध में सोमवार को शांति पुर्ण रोष प्रर्दशन में अस्पताल परिसर के बाहर सराहां पंचायत प्रधान नरेंद्र गोसाई की अध्यक्षता में एसडीएम ऑफिस में पंहुच एसडीएम की अनुपस्थिती में नयाब तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में साफ तौर पर कहा गया है कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का इलाज होना भी जरूरी है। मगर सराहां अस्पताल में केवल कोरोना का ही इलाज हो और पच्छाद क्षेत्र की 30 पंचायतों की जनता को राम भरोसे छोडे दिया जाए, ऐसा फरमान जनता को स्वीकर नहींं होगा। लोगों के चार सितंबर सराहां अस्पताल के बारे में सरकार से स्थिती सपष्ट करने का आग्रह किया है। नहीं तो पांच सितंबर से स्थानीय लोगों के साथ बाजार बंद कर सरकार के खिलाफ धरना प्रर्दशन करने के लिए लोग जमबुर हो जायेगे। लोगों ने साफ शब्दों में कहा कि कोरोना के इलाज के लिए सरकार ने पहले ही सराहां अस्पताल की नवनिर्मित 5 मंजिला बिल्डिंग ले ली है, उसे वही तक सीमित रखा जाए। अब सरकार पुरानी बिल्डिंग को भी कोरोना के लिए इस्तेमाल करना चाहती है, तो 30 पंचायतों के हजारों लोग अपना इलाज करवाने कहां जाएंगे। जबकि सराहां में इस अस्पताल के अलावा किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं है। जहां आपातकाल में कोई अपना इलाज करवा सके।
डॉ. संदीप शर्मा खंड चिक्तिसा अधिकारी पच्छाद का ने बताया कि हाल ही में स्वास्थय विभाग की एक विशेष टीम सराहां अस्पताल में कोरोना टर्सरी अस्पताल बनाने के सभी संभावनाएं जांचने के लिए आई थी। सराहां अस्पताल के कोविड ब्लॉक में ऑक्सीजन पाईप लाईन लागाने का काम चल रहा है। दो वेंटिलेटर भी पंहुच चुके है। टीम ने रिपोर्ट में क्या भेजा है, इसकी जानकारी नहीं है।