सैंड्री रिवेट के नाम पर एक साल में 20 कंपनियों को 100 करोड़ रुपए का कथित घोटाला हुआ है। आर.टी.आई. एक्टिविस्ट चतर सिंह चौधरी ने पांवटा साहिब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि बिजली बोर्ड में सैंड्री रिबेट के नाम करोड़ों रुपए का कथित घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018- 2019 में कालाआंब व बद्दी में 20 निजी कंपनियों की बिजली बिलों की आर.टी.आई. ली गई थी। जिसमें कालाआंब में 5 कंपनियों को करीब 22 करोड़ व बद्दी में 15 कंपनियों को 80 करोड़ के करीब सैंड्री रिबेट के नाम पर बिजली बोर्ड ने छूट दी है। जबकि कंपनियों को पहले ही सब्सिडी भी दी गई है। जिस कारण बिजली बोर्ड के अधिकारियों के कारण करीब 100 करोड़ रुपए कथित घोटाले की आरटीआई में खुलासा हुआ है।
चतर सिंह चौधरी ने बताया कि इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव सहित विजिलेंस को की गई है। लेकिन अभी तक इसकी जांच तक शुरू नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि अगर अगर इसकी निष्पक्ष जांच शुरू नहीं की तो मजबूरन अदालत का दरवाजा खटखटाया जायेगा और सी.बी.आई. जांच की मांग की जायेगी।