(जसवीर सिंह हंस) गत दिवस हीरपुर गॉव में एक व्यक्ति ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया । सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक आज सुबह दीपक पुत्र रमेशानंद उम्र 39 साल ने अपनी जिन्दगी से तंग आकर घर में जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
बताया जा रहा है कि मृतक के पास से कोई सुसाइट नोट नहीं मिला है आत्महत्या जैसे इस दुस्साहस का कारण मृतक ने अपनी जिंदगी से तंग होना बताया है क्युकि कई दिन पहले उसकी पत्नी उसको छोड़कर चली गयी थी । पुलिस के अनुसार अनुसार सुबह पोस्टमार्टम करने के उपरांत पुलिस की मौजूदगी शव का संस्कार किया गया | मामले की पुष्टि एस.आई. हरमेश चौधरी ने की है |
डब्ल्यूएचओ की ओर से विश्वभर में 10 सितंबर को वल्र्ड सुसाइड प्रिवेंशन-डे मनाया जाता है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के मुताबिक देश में हर साल एक लाख से ज्यादा लोग आत्महत्या करते है । वर्ष 2015 में देश में कुल 5 लाख 47 हजार 80 मौत हुई है। जिसमें से एक लाख 33 हजार 623 ने आत्महत्या की।
यह बात भी उभरकर सामने आई है कि आत्मघाती कदम उठाने वाले के समक्ष समस्या का एक वैकल्पिक समाधान भी होता है लेकिन निराश और कुंठित व्यक्ति अक्सर आत्महत्या को समस्या का स्थायी निदान समझने की भूल कर बैठता है। ऐसी स्थिति डिप्रेशन के कारण होती है, वह कारण कुछ भी हो सकता है। कभी- कभी मानसिक उत्तेजना भी इसकी वजह बन जाती है। -डॉ. विक्रम बगडिय़ा, मनोचिकित्सक