ट्रक यूनियन प्रेसिडेंट जसमेर सिंह भूरा ने जानकारी देते हुए कहा हमने सतीश शर्मा व शमशेर अली को चेयरमैन, गुरदीप सिंह फौजी व सुनील गुप्ता माजरा को वाइस चेयरमैंन और अनुज अग्रवाल माजरा व सज्जन सिंह को सीनियर वाइस प्रेसिंडेट चुना है। जल्द एक्जीक्यूटिव मेम्बर्स भी चुने जाएंगे और उस के बाद जर्नल हाउस बुलाया जाएगा।
इससे पहले हुए चुनाव में प्रदेश की सबसे पुरानी ट्रक यूनियन सिरमौर ट्रक ऑपरेटर यूनियन निवर्तमान प्रधान बलजीत सिंह नागरा चुनाव हार गए। नागरा को जसमेर सिंह भूरा ने 175 वोटों के अंतराल से शिकस्त दी। जसलमेर सिंह भूरा पहली बार ट्रक यूनियन अध्यक्ष बने हैं।
प्रदेश की सबसे पुरानी ट्रक यूनियन का चुनाव संपन्न हुआ। बेहद महत्वपूर्ण चुनाव में ट्रक ऑपरेटर यूनियन के 1044 सदस्यों में से 1019 सदस्यों ने मतदान किया। मतदान प्रक्रिया सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक चली। मतदान और मतगणना चुनाव अधिकारी स्थानीय तहसीलदार ऋषभ शर्मा की देखरेख में संपन्न हुए। मतगणना और नतीजे के समय स्थानीय एसडीएम गुंजीत सिंह चीमा भी मौजूद रहे। चुनाव में प्रधान प्रधान, उप प्रधान, सचिव और अड्डा इंचार्ज पदों के लिए चुनाव हुए। प्रधान पद चुनावों में जसमेर सिंह भूरा ने सबको चौकाते हुए प्रधान पद पर जीत हांसिल की। उन्होंने अपने एकमात्र प्रतिद्वंद्वी बलजीत सिंह नागरा को 175 वोटों से हरा कर जीत हांसिल की।
चुनाव के अन्य नतीजे बेहद चौंकाने वाले रहे। उप प्रधान पद के लिए देवेंद्र सिंह पप्पी, महिमा सिंह और रेशम चौधरी मैदान में थे। मुकाबला देवेंद्र सिंह पप्पी ने 16 वोटों से जीत हांसिल की। महासचिव पद के लिए विजय शर्मा और कुलदीप खंडूजा मुकाबला रहा। विजय शर्मा ने 75 वोटों के अंतराल से जीत हासिल की। उधर कोषाध्यक्ष पद के लिए राकेश चौधरी और हरबंस चौधरी आमने-सामने थे। मुकाबले में राकेश चौधरी 275 वोटों के बड़े अंतराल से जीत दर्ज की। जबकि अड्डा इंचार्ज पद के लिए देवेंद्र सिंह ‘काला’ ने भूपेंद्र सिंह पिंटू को पछाड़ते हुए 43 वोटों से जीत दर्ज की।
गौर है की बलजीत सिंह नागरा के खिलाफ एंटी इनकमबेंसी थी ऑपरेटर गाड़ियां बढ़ाने और काम ना होने के कारण परेशान थे फैक्ट्री द्वारा अपनी गाड़ियां डाले जाने के कारण आपरेटर बलजीत सिंह नगर पर फैक्ट्री मालिकों सेटिंग के आरोप लगा रहे थे इसके बाद ज्यादातर ऑपरेटर ने जैसलमेर सिंह भूरा गुट को जिताने का निर्णय मन ही मन ले लिया था जसवीर सिंह भूरा तेज तरार है व मौत से पहले यूनियन के पूर्व प्रधान चरणजीत सिंह चन्नी ने भी उनको अपना समर्थन दे दिया था