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हिमाचल प्रदेश की शांति और सुकून भरी वादियां इन दिनों अपराधों की गोलियों की गूंज से दहशत में हैं। दो दिन पहले ऊना जिले में कांग्रेस नेता की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया था। अभी पुलिस उस वारदात की परतें ही खोल रही थी कि इसी बीच एक और सनसनीखेज हत्या की साजिश को अंजाम तक पहुंचने से पहले पुलिस ने नाकाम कर दिया। पुलिस ने शख्स का मर्डर करने जा रहे तीन बदमाशों को वारदात को अंजाम देने से पहले ही धर दबोचा।
युवक का मर्डर करने निकले बदमाश धरे
दरअसल हरियाणा के पंचकूला पुलिस ने आज शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन ऐसे बदमाशों को पकड़ लिया, जो हिमाचल प्रदेश में एक युवक की हत्या करने जा रहे थे। आरोपियों ने इसके लिए पहले टैक्सी लूटी, हथियार जुटाए और योजना के मुताबिक हिमाचल की ओर रुख भी कर लिया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो देसी पिस्टल और छह जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। सभी को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि साजिश की पूरी गुत्थी सुलझाई जा सके।
डीसीपी क्राइम ब्रांच मनप्रीत कुमार सूदन के अनुसार इन तीनों बदमाशों ने हिमाचल में युवक की हत्या करने के लिए एक टैक्सी को लूटा था। इन बदमाशों ने 19 नवंबर की सुबह पंजाब के खरड़ से एक इन-ड्राइव ऐप के माध्यम से रामगढ़ पंचकूला के लिए टैक्सी बुक की थी। रामगढ़ पहुंचने पर यह लोग कार को एक सुनसान जगह लग गए और वहां पर चालक को पिस्टल की नोक पर गाड़ी से बाहर फेंक दिया। उसके बाद यह लोग गाड़ी लेकर फरार हो गए। हालांकि चालक ने तुंरत इसकी सूचना चंडीमंदिर पुलिस थाना को दी।
चालक की शिकायत पर पुलिस की क्राइम ब्रांच एकदम से सक्रिय हो गई। पुलिस ने तीनों बदमाशों की धरपकड़ के लिए हर तरफ नाकाबंदी कर दी। इस दौरान पुलिस ने लोकेशन ट्रैकिंग और इनपुट के आधार पर कुछ ही घंटों में पुलिस ने तीनों आरोपियों को धर दबोचा। यह तीनों आरोपी हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के पांवटा साहिब निवासी थी। आरोपियों की पहचान रोहित धीमान, सतबीर और बिट्टू ठाकुर के रूप में हुई है।
पुलिस ने तीनों के पास से दो पिस्टल और छह जिंदा कारतूस भी बरामद कर लिए हैं। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वह हिमाचल के सिरमौर जिला के पांवटा साहिब के रहने वाले ऋषभ नामक युवक की हत्या करने जा रहे थे। इस हत्या की असली वजह आरोपियों के चौथे साथी हमजा और ऋषभ के बीच पुरानी रंजिश बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार हत्या को अंजाम तक पहुंचाने के लिए ही टैक्सी लूटी गई थी, ताकि वारदात के बाद आसानी से फरार हुआ जा सके। यहां तक कि जिस मोबाइल से टैक्सी बुक की थी, वह भी चोरी का था।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार सतबीर और हमजा पहले से पांवटा साहिब थाने में हत्या के प्रयास के मामलों में नामजद हैं। सभी आरोपी नशे के आदी बताए जा रहे हैं, खासकर गांजे के सेवन की लत से ग्रसित। पुलिस का कहना है कि पुलिस रिमांड के दौरान यह पता लगाया जाएगा कि आरोपियों ने हथियार कहां से लिए, इस साजिश में कितने लोग शामिल थे और कहीं यह किसी बड़े गिरोह का हिस्सा तो नहीं।









