गत दिनों एक लाख रिश्वत के साथ पकड़े गए टीसीपी अधिकारी ने शिकायतकर्ता पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है तथा शिकायतकर्ता को कई दिनों से लगातार धमकियां मिल रही थी कि अपनी शिकायत वापस ले लो वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो |
वही शिकायतकर्ता हरदेव सिंह ने पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराते हुए कहां है कि बुधवार को जब हरदेव सिंह अपने मित्र के साथ गोंदपुर अपने घर जा रहा था तो आरोपी अधिकारी ने उसका रास्ता रोककर हमला कर दिया तथा जान से मारने की धमकी दी और केस वापस लेने के लिए धमका आरोपी अक्षित मेहता अपने साथियों के साथ सफेद रंग के गाड़ी में आया था वही पुलिस ने शिकायतकर्ता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है
इस विषय में डीएसपी विजिलेंस का कहना है कि शिकायतकर्ता हरदेव सिंह को पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवा शिकायत की कॉपी तथा एक शिकायत विजिलेंस को सौंपने के लिए कहा गया है जिसके बाद आरोपी अक्षित मेहता के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी वही उन्होंने माना कि इस विषय में आरोपी अक्षित मेहता की जमानत भी रद्द करवाई जा सकती है क्योंकि आरोपी केस में दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है तथा कोर्ट के आरोपी को जमानत देते समय स्पष्ट आदेश है कि आरोपी द्वारा ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया जाएगा |
गोरतलब है कि 17 जनवरी को टीसीपी में तैनात प्लानिंग ऑफिसर को विजिलेंस टीम ने एक स्थानीय प्रॉपर्टी डीलर हरदेव सिंह की शिकायत के बाद एक लाख रुपए रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया था आरोपी यह रिश्वत प्रॉपर्टी डीलर से एक प्लाट की प्लाटिंग के एवज में यह पैसे मांग रहा था | टीसीपी के एक अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था |मिली जानकारी के अनुसार हरदेव सिंह निवासी निहालगढ़ अपने करीब 12 बीघा के प्लाट जो की छिपुर गाव में स्थित है की प्लाटिंग करवाने के लिए इसी टीसीपी दफ्तर के चक्कर काट रहा था तथा आरोपी अक्षित मेहता उसमें कोई ना कोई कमी निकाल कर नक्शे को.रोक देता था कभी गली चौड़ी कभी पार्क बड़ा करने सहित विभिन्न मुद्दों पर शिकायतकर्ता को परेशान किया जा रहा था यह सब केवल रिश्वत लेने की की एवज में परेशान किया जा रहा था |