द ग्रेट खली बनेंगे हिमाचल सरकार में खेल व पर्यावरण के ब्रांड एंबेसडर

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( धनेश गौतम ) रेस्लिंग के बादशाह द ग्रेट खली अब हिमाचल सरकार के ब्रांड एंबेसडर होंगे। शीघ्र ही उन्हें हिमाचल सरकार खेल व पर्यावरण का ब्रांड एंबेसडर बनाने जा रही है। उनके ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने से प्रदेश में खेल व पर्यावरण में अभूतपूर्व परिवर्तन आने की उम्मीद जताई जा रही है। शुक्रवार को पर्यटन नगरी मनाली में गंगा की तर्ज पर हिमाचल की पवित्र नदियों की सफाई कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
इस अभियान की शुरूआत प्रदेश सरकार द्वारा सृष्टि के रचियता मनुऋषि की कर्मभूमि मनाली से की गई है। इस अभियान में प्रदेशभर की जनता की सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है। हिमाचल प्रदेश राज्य विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद के माध्यम से राज्य के तीन जिलों कुल्लू, मंडी और बिलासपुर के स्कूलों के ईको क्लबों के माध्यम से ब्यास नदी, रिवालसर झील और सतलुज की सफाई के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया है जोकि विश्व पर्यावरण दिवस के उपल्क्षय पर 5 जून को संपन्न होगा।
इस अवसर पर द ग्रेट खली एवं पहलवान दिलीप सिंह राणा भी मौजूद रहे। इस अवसर पर वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि खली के नाम से विश्व भर में प्रसिद्ध फ्री स्टाइल पहलवान दिलीप सिंह राणा को खेलों के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का ब्रांड एंबेसडर बनाने पर विचार किया जा रहा है। इस मौके पर खली ने कहा कि वह अपने राज्य हिमाचल को खेलों के क्षेत्र में आगे ले जाने के लिए लगातार कार्य करेंगे और इसमें उन्हें प्रदेश सरकार का भरपूर सहयोग मिलेगा। गौर रहे कि दलीप सिंह राणा का जन्म 27 अगस्त, 1972 में राजपूत परिवार में हिमाचल प्रदेश में हुआ था।
अपने पेशेवर कुश्ती कैरियर की शुरुआत करने से पहले, वह पंजाब राज्य पुलिस के अधिकारी थे। वह चार हॉलीवुड  फिल्मों, दो बॉलीवुड फिल्मों और कई टेलीविजन शो में प्रदर्शित हुए हैं। सनद रहे कि द ग्रेट खली उर्फ  दलीप सिंह कई बार कह चुके हैं कि अगर प्रदेश सरकार सहयोग दें तो हिमाचल में भी रेसलिंग अकादमी बनाई जाएगी। खली प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल की संभावनाओं को लेकर खेल मंत्री गोविंद ठाकुर से पहले ही मिल चुके हैं। दलीप सिंह राणा का घर अमेरिका में भी है और अपना बिजनेस भी है।
लेकिन वह चाहते हैं कि अगर देश व प्रदेश में रेसलिंग के लिए बेहतरीन प्लेटफार्म दिया जाए तो बहुत सारे नौजवान हैं जो आगे आ सकते हैं। उनका कहना है कि जब पंजाब, उत्तराखंड में ऐसे आयोजन करवा सकते हैं तो हिमाचल तो मेरा अपना घर है। उधर, मनाली में खली को देखने के लिए खूब भीड़ जुटी रही और सैल्फी लेने का क्रम जारी रहा। अब हिमाचल सरकार से खली की उम्मीदें पूरी होने जा रही हैं और उम्मीद जताई जा रही है कि हिमाचल प्रदेश में भी रेसलिंग अकादमी होने से कई युवा इसकी ओर आकर्षित होंगे।

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