पच्छाद विधानसभा क्षेत्र की टिकरी कुठार पंचायत का टिंडू-खड़ीमु गांव आजादी के 70 वर्षों के बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। यह गांव पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के तहत जिला सिरमौर और हरियाणा की सीमा के साथ लगता है। ये गांव प्रदेश सरकार अनदेखी के चलते विकास की मुख्यधारा से पिछड़ गया है। यूं तो इस गांव में कोई भी विशेष सुविधा नहीं है। मगर तमनी से टिंडू-खड़ीमु की ओर जाने वाली सडक़ की हालत इतनी खराब है कि इस पर चलना खतरे से खाली नहीं है। सडक़ पूरी तरह से टूट चुकी है। सडक़ों पर गड्ढे है या गड्ढों में सडक़ कुछ कहा नहीं जा सकता। जबकि इस कच्चे सडक़ मार्ग से प्रतिदिन करीब एक हजार लोग सफर करते हैं। बावजूद इसके इस सडक़ की प्रशसन औ लोनिवि ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
बरसात के मौसम में सडक़ पर पानी इस कदर खड़ा हो जाता है, मानो स्विमिंग पूल बना हो। आपको बता दें कि यह सडक़ तीन छोटी-छोटी नदियों से होकर गुजरती है। मगर सरकार आजादी के 70 वर्षों बाद भी किसी भी नदी पर पुल तक नहीं बना पाई। ग्रामीणों द्वारा अर्जनों बार गांव की समस्या के बारे में प्रशासन व भाजपा व कांग्रेस के नुमाइंदों को अवगत कराया जा चुका है। बावजूद इसके न तो किसी कांग्रेस-भाजपा नेता ने और न ही किसी अधिकारी ने इन ग्रामीणों की समस्यां की तरफ कोई ध्यान दिया।
यही नहीं गर्मियों में यहां पीने के लिए पानी भी नहीं मिलता है। वर्तमान में पंचायतों को विकास कार्यों के लिए सीधा केंद्र से फंड मिलता है, मगर पंचायत द्वारा भी गांव पर फंड की कोई राशी नहीं लगाई गई। टिंडू-खड़ीमु के निवासी नेकराम शर्मा, परमवीर शर्मा, धर्मपाल, शंकर दत्त, बलवंत, मेहर चंद, लेखराज, ब्रह्मदत्त, गुरुदयाल, काका राम, योगीराज, रामदत्त, दलेर सिंह, चमन लाल व प्यारा राम ने बताया कि यहां गर्मियों के मौसम में पानी नहीं आता है। गांव को तमनी से टिंडू तक एक कच्ची सडक़ जोडती है, जो बहुत खराब स्थिति में है। यहां कोई चिकित्सा सुविधा नहीं है। ऐसी स्थिति में कैसे कोई जीवन यापन कर सकता है। ग्रामीणों ने सरकार से गुहार लगाई है कि क्षेत्र के लोगों को बिजली, पानी, सडक़, शिक्षा व स्वास्थय जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाये। उधर टिकरी कुठार पंचायत के प्रधान राम लाल ने बताया कि टिंडू-खड़ीमु गांव में पानी और सडक़ की समस्यां है, इस बारे में जिला प्रशासन व सरकार को अवगत करवाया जा चुका है। गांव के लिए पानी की समस्यां को हल करने के लिए पेयजल योजना का निर्माण कार्य चला हुआ है और सडक़ के लिए बजट भी स्वीकृत हो चुका है, जिसके शीघ्र ही लोक निर्माण विभाग टैंडर कर सकता है।