पांवटा साहिब में ट्राला चालको ने जनता का जीना दुर्बल कर दिया है दिन मे ही नो एंट्री में यह वाहन चालक लाकर अपने बड़े वाहन खड़े कर देते हैं जिसे जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है नो एंट्री के बावजूद पांवटा साहिब के बद्रीपुर चौक से लेकर विश्वकर्मा चौक देवीनगर में रात से सुबह तक टिप्परों द्वारा जाम लगने के कारण लोगों को भारी परेशानी का समाना करना पड़ रहा है। जबकि पांवटा पुलिस द्वारा नो एंट्री के चलते हरियाणा के साथ लगते बहराल पंचायत में टिप्परों को नौ बजे से पहले आने से रोक लगा दी है। इसके बावजूद टिप्पर चालक बिना किसी डर के पांवटा में नो एंटी के टाइम मे भी शहर में दाखिल हो रहे हैं, जिसके कारण पांवटा में जाम की स्थति बन रही है।
जानकारी के अनुसार पांवटा में देर शाम क्रशर से रेत-बजरी लेने के लिए उत्तराखंड, यूपी व हरियाणा से टिप्पर पहुंच रहे हैं। जिनके कारण पांवटा के विश्वकर्मा चौक, बद्रीपुर चौक में जाम की स्थिति बन जाती है। इसको लेकर ट्रैफिक पुलिस के जवानों को बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है, लेकिन जाम कई घंटों तक लगा रहता है। हालांकि प्रशासन द्वारा रात नौ बजे तक सभी बड़ी गाड़ियों के लिए नो एंट्री के आदेश जारी किए हुए हैं। इसके बावजूद टिप्पर चालाक नौ बजे से पहले ही शहर में आ जाते हैं। ऐसे में सड़कों पर जाम लग जाता है।
इन टिप्परों के जाम से हिमाचल- उत्तराखंड सीमा पर बने पुल के अस्तित्त्व पर भी खतरा हो गया है। गोबिंदघाट बैरियर के साथ लगते यमुना पुल पर रात और सुबह लग रहे टिप्परों के जाम से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।सुबह व शाम को यमुना पुल पर टिप्परों के खड़े रहने से जाम लगने पर वाहन चालकों को काफी देर नाके पर जाम में ही फंसे रहना पड़ता है।
कुल्हाल तक वाहनों की लंबी- लंबी लाइनें लग जाती हैं। इसके अलावा पुल पर भारी वाहनों के खड़े रहने से पुल के वजूद को भी खतरा है। पुल की हालत पहले से ही खराब है जिसका काम अभी एनएच विभाग द्वारा किया जाना है। टिप्पर यमुना पुल के उपर लाइन लगाकर खड़े हो जाते हैं । विश्वकर्मा चौक तक जाम जैसी स्थिति बन जाती है। लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। वहीं पुलिस प्रशासन आर टी ओ इस सब पर आंखें मुंदे बैठे है क्योंकि अधिकारियों कर्मचारियों की जेब गर्म हो रही है तथा यह ट्रक चालक मंथली फिक्स करने के लिए अधिकारियों कर्मचारियों से सेटिंग कर चुके हैं तभी तो अधिकारी पावटा साहिब सहित जिला सिरमौर में बैठकर करोड़पति बन रहे हैं वही बताया जा रहा है कि जिले के एक बड़े अधिकारी के रिश्तेदार को दूसरे राज्य से लाकर भी खनन क्षेत्र में जे सी बी पोकलैंड मशीने और अन्य वाहन लगवाकर सेट किया गया है