जिला सिरमौर की ग्राम पंचायत कांटी मशवा में निर्माण के दो माह के भीतर ढह जाने वाले ट्रांसफार्मर के मामले में ठेकेदार रामचंद्र शर्मा का एक और कारनामा सामने आया है। जिसमें विभाग के अधिकारियों ने एक बार फिर बिना कंक्रीट के नरम मिट्टी में पोल ट्रांसफार्मर सहित खड़ा कर दिया। इस सारे काले कारनामे में विद्युत विभाग के अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आ रही है
बता दें कि बीते दिन कांटी मशवा पंचायत के ढाब पीपली में सड़क किनारे नया ट्रांसफार्मर लगाया गया था। लेकिन संबंधित ठेकेदार ने बिना कंक्रीट के दो फीट मिट्टी में पोल का खड़े कर दिये जो पहली ही बरसात में ढह गया तथा विभाग की निर्माण कार्य की पोल खोलकर रखी थी। मीडिया में मामला उजागर होने के बाद विभाग के अधिकारियों ने संबंधित ठेकेदार रामचंद्र शर्मा से ट्रांसफार्मर को फिर से खड़ा करवा दिया। लेकिन विभाग के अधिकारियों का एक और कारनामा सामने आया है। विभाग के अधिकारियों ने अपने सामने ही फिर से बिना कंक्रीट के नरम मिट्टी में पोल सहित ट्रांसफार्मर खड़ा करवा दिया। जिससे विधुत विभाग के कार्यप्रणाली पर फिर से सवाल खड़े हो गये है।
कांटी मशवा पंचायत के प्रधान काहन सिंह कंवर, सुरेंद्र सिंह, अरविंद कंवर, प्रदीप सिंह आदि ने बताया की पहलें भी विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से नया ट्रांसफार्मर धराशाही हो गया था। लेकिन विभाग के अधिकारियों ने उस घटना से भी सबक नहीं लिया तथा दुबारा विधुत विभाग के अधिकारियों ने अपने सामने ही ट्रांसफार्मर को पोल सहित बिना कंक्रीट के नरम मिट्टी में खड़ा कर दिया। जिससे विधुत विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो गए है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी की अगर विभाग के अधिकारियों ने इस पर कारवाई नहीं की तो 08 अगस्त को होने वाली ग्रामसभा में विभाग के अधिकारियों के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर सरकार को कारवाई के लिए भेजा जायेगा।
उधर विधुत बोर्ड पांवटा साहिब के अधिशासी अभियंता अजय चौधरी ने बताया की बिजली के पोल को 5 से 6 फीट क्रंकीट डालकर खड़ा किया जाता है। लेकिन अगर मौके पर बिना कंक्रीट के पोल को खड़े किये होगें तो इसकी जांच की जायेगी।