चूड़धार पर सोमवार को सीजन का तीसरा हिमपात हुआ। सोमवार दिन भर चूड़धार चोटी पर रूक रूक कर हिमपात होता रहा। जिसके चलते जिला के निचले क्षेत्रों में शीत लहर शुरू हो गई है। वही जिला के मौसम में भारी ठंडक आ गई है।
जिला सिरमौर की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार पर सोमवार को सीजन का तीसरा हिमपात हुआ। सोमवार दिन भर चूड़धार चोटी पर रूक रूक कर हिमपात होता रहा। जिसके चलते जिला के निचले क्षेत्रों में शीत लहर शुरू हो गई है। वही जिला के मौसम में भारी ठंडक आ गई है। करीब 12 हजार फीट ऊंची पर स्थित शिरगुल महाराज मंदिर परिसर के आसपास दोपहर तक आधा फुट बर्फ की परत बिछ चुकी है। इससे पूर्व गत 20 अगस्त व 9 नवंबर को भी यहां हिमपात हो चुका है। सोमवार सुबह जैसे ही चूड़धार में बर्फबारी का दौर शुरू हुआ, वहीं निचले मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की हल्की बारिश हुई। सोमवार को चूड़धार में दोपहर तक करीब आधा फुट ताजा हिमपात दर्ज किया गया। शाम तक भी बर्फबारी का सिलसिला जारी है।
चूड़धार में बर्फ गिरने के चलते चूड़धार का तापमान माइनस डिग्री सैल्सियस तक पहुंच गया है। जबकि नौहराधार व हरिपुरधार का न्युनतम तापमान लुड़क कर 5 डिग्री पहुंच गया। जिससे क्षेत्र में अत्यधिक ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। बर्फबारी के बावजूद 100 से अधिक श्रद्धालु चूड़धार पहुंचे। जो बर्फ के बीच चूड़धार में फंसे, जैसे ही सोमवार सुबह बर्फ के फाहे गिरने शुरू हुए। चूड़धार में चूड़ेश्वर सेवा समिति के सदस्यों ने सभी श्रदालूओं को वापस नौहराधार भेज दिया। ताकि श्रदालु यहां कई दिनों तक न फंसे रहे। गौरतलब है की चुड़धार में तापमान में भारी गिरावट के चलते पेयजल की पाईपे जाम हो चुकी है। यह तीन चार दिनों से पानी की समस्या पैदा हुई है। जिससे समति के सदस्यों को भारी दिक्कतें पेश आ रही है। वहीं श्रदालुओं का भी चूड़धार आना नहीं रूक रहा है। एसडीएम संगडाह डा विक्रम नेगी व चूड़ेश्वर सेवा समिति प्रबंधक बाबूराम शर्मा ने लोगों से बर्फबारी के दौरान चूड़धार न जाने की अपील की है।