पांवटा साहिब के कांग्रेसी नेता अवनीत सिंह लांबा का सगा भाई तेजवीर सिंह लांबा अपनी प्रिंटिंग प्रेस में अवैध धंधे को अंजाम दे रहा था। नकली दवाइयों और अन्य ब्रांड्स के नकली रैपर छापने का धंधा पांवटा प्रिंटिंग प्रेस में चल रहा था। पुलिस ने कईं ब्रांड्स के नकली रैपर भी बरामद किए हैं।
पांवटा साहिब की paonta printing press लांबा काॅम्पलैक्स, वार्ड नंबर 6, बड़ौदा बैंक के सामने अवैध तरीके से तेजवीर सिंह लांबा कई ब्रांडिड़ कंपनियों के नकली रैपर छपाई का काम कर रहा था, जिसमें नकली दवाओं के रैपर भी शामिल हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए दिल्ली से आए ब्रेंड प्रोटेक्शन प्रा.लि. कंपनी के मैनेजर प्रवीण पांडे ने बताया की पांवटा साहिब की paonta printing press लांबा कंपलेक्स से कई कंपनियों के फर्जी रैपर मिले हैं। पुलिस ने इन रैपर को अपने कब्जे में ले लिया है।
20 हजार रुपए का बिकता है एक इंजेक्शन…यहां छपाई होते थे फर्जी रैपर…
मुंबई से पांवटा साहिब आए प्रवीण पांडे ने बताया कि इनमें INTAS फार्मा कंपनी दवाई के रैपर भी शामिल है। इंटास कंपनी के फर्जी रैपर यहां छापे जा रहे थे । जिस इंजेक्शन के नकली रैपर यहां पर मिले हैं, उसके एक इंजेक्शन (Human Normal Immunoglobulin) की कीमत बाजार में लगभग 20 हजार रूपये तक होती है, ब्रांड प्रोटेक्शन कंपनी के मैनेजर प्रवीण पांडे ने बताया कि INTAS कंपनी की दवाओं के हजारों फर्जी रैपर पांवटा प्रिंटिंग प्रेस से मिले हैं। उन्होंने बताया कि कहीं कंपनियां के प्रोडक्ट्स बिक्री में लगातार गिरावट आ रही थी, जिसके बाद कंपनी द्वारा एक सर्वे करवाया गया और सर्वे में सामने आया कि नकली इंजेक्शन और नकली रैपर छपाई का काम चल रहा है, जांच के बाद सामने आया कि “पांवटा प्रिंटिंग प्रेस” में उक्त इंजेक्शनों के फर्जी रैपर छपाई का काम चल रहा है। इसके बाद हमने पांवटा पुलिस को कंप्लेंट की और रेड़ के दौरान सामने आया कि पांवटा प्रिंटिंग प्रेस में उक्त इंजेक्शनों के फर्जी रैपर छपाई का काम चल रहा है। इसके अलावा ओमनी जैल कंपनी, फ्लैक्स क्विक आदि के नकली रैपर भी भारी संख्या में बरामद किए गए हैं। दरअसल बिना कंपनियों के कंसर्न लेटर के पांवटा प्रिंटिंग प्रेस में नकली रैपर छपाई किए जा रहे थे।
नकली दवाई बनाने वाला ड्रगमाफिया संलिप्त….
देश में नकली दवाएं बेचने वाला ड्रग्स माफिया इस मामले में सक्रिय है, जो नकली दवाएं या एक्सपायरी दवाएं कंपनियों से खरीद कर उन पर इस तरह के फर्जी रैपर चिपका कर बाजार में बेच देता है। ब्रांडेड कंपनियों के रैपर लगाकर बेच रहे माफिया और धंधेबाजों को बड़ा मुनाफा होता है। इसका सबसे बड़ा खामियाजा मरीजों को भूगतना पड़ता है।
उद्योगपतियों की दलाली करने वाले कांग्रेसी नेता अवनीत सिंह लांबा का सगा भाई है आरोपी….
बता दें कि Paonta Printing Press के मालिक तेजवीर सिंह लांबा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बता दे कि यह सारा अवैध धंधा कांग्रेसी नेता अवनीत सिंह लांबा का सगा भाई कर रहा था। सवाल अवनीत सिंह लांबा पर भी उठना शुरू हो गए हैं कि क्या वह भी अपने भाई के साथ इस मामले में सन्लिप्त था।
कांग्रेसी नेता पर पहले भी है कई गंभीर आरोप…
आरोप लगाए जाते हैं कि अवनीत सिंह लांबा राजनीति की आड़ में दलाली का काम करते है। कई फार्मा कंपनियों के लिए अपने फर्जी कृषक प्रमाण पत्र पर कंपनी मालिकों के लिए जमीनों की खरीद फरोख्त भी करते है, और कंपनियों से लाखों रुपए दलाली के रूप में डकार जाते हैं ! वही बता दें कि उनके पिता देवेंद्र सिंह लांबा पर भी हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग के लगभग 32 लाख रुपए डकार जाने को लेकर एसडीएम कोर्ट पांवटा साहिब में मामला दर्ज किया गया है। कुल मिलाकर यह कांग्रेसी परिवार राजनीति की आड़ में गलत धंधों को अंजाम दे रहा है, जिस पर उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और मुख्यमंत्री को विराम लगाना चाहिए।
वही इस बारे में जानकारी देते हुए एसडीपीओ मानवेंद्र ठाकुर ने बताया कि पांवटा प्रिंटिंग प्रेस में अवैध तरीके से फर्जी रैपर छपाई का काम चल रहा था। कंपनी की शिकायत के बाद जब पांवटा प्रिंटिंग प्रेस में रेड़ की गई तो वहां से कईं कंपनियों के रैपर बरामद किए गए हैं। फिलहाल कॉपीराइट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।