सिरमौर पुलिस सरकार के आदेशों को दरकिनार कर रही है और अपने ही मर्जी से अफसरों द्वारा पोस्टिंग जा रही है लगभग पिछले 2 साल से सरकार द्वारा अपग्रेड थानों में सब इंस्पेक्टर ही एस एच ओ लगाए गए हैं जबकि कई इंस्पेक्टर लाइन से ही रिटायर होकर अपने घर चले गए हैं और एक इंस्पेक्टर तो अपनी रिटायरमेंट तक के लिए पुलिस अधीक्षक सिरमौर कार्यालय नहीं पहुंचा था बताया जा रहा है कि यह सब उसने अपने आप को किसी थाने में पोस्टिंग न दिए जाने के कारण गुस्से में किया गया था
बताया जा रहा है कि चाहते सब इंस्पेक्टर को पुलिस थानों में पोस्टिंग दी गई है औद्योगिक क्षेत्र और अवैध खनन की अधिकता वाले क्षेत्रों में ऐसे सब इंस्पेक्टर्स को तैनाती देना कहीं ना कहीं सवालिया निशान खड़ा करता है ऐसे सब इंस्पेक्टर को भी संवेदनशील पुलिस स्टेशन में तैनात किया गया है जिस पर पहले भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं तथा सीआईडी तथा की जांच उनके खिलाफ हुई है क्योंकि पहले ही भंगानी क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर काफी हंगामा हुआ था और पुलिस पर मिली भगत के भी आरोप लगे थे इससे अतिरिक्त कहीं ऐसे मामले भी है जिनमें इंस्पेक्टर रैंक का पुलिस अधिकारी ही जांच कर सकता है ऐसे में पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज होने पर पीड़ित को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है
पांवटा साहिब,कालाआम और पूरूवाला पुलिस स्टेशन के बॉर्डर पुलिस थाना होने के बावजूद वहां पर इंस्पेक्टर्स की तेनाती नहीं की जा रही है जबकि चुनाव के दौरान यह इलाके अति संवेदनशील रहते हैं इसके अलावा माजरा पुलिस स्टेशन जहां पर काफी संवेदनशील मामले सामने आते हैं वहां पर भी सब इंस्पेक्टर को ही तैनात किया गया है नाहन पुलिस स्टेशन में भी एक सब इंस्पेक्टर को ही काफी लंबे समय तक तैनात रखा गया था बताया जा रहा है कि अपने चहेतों को मलाईदार पदों पर पोस्टिंग दी जा रही है जबकि लाइन में तैनात इंस्पेक्टर को ऐसे थानों में तैनात नहीं किया जा रहा है सिरमौर पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा से संपर्क करने की कोशिश की गई परंतु उनसे संपर्क नहीं हो पाया पुलिस अधिकारियों का कोई पक्ष सामने आता है तो वह भी प्रकाशित किया जाएगा