पांवटा साहिब के रामलीला मैदान में आयोजित किया गया उपमंडल स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह

उपमंडल अधिकारी गुंजीत चीमा ने ध्वजा-रोहण कर मार्चपास्ट की सलामी ली

स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर पांवटा साहिब के रामलीला मैदान में उपमंडल स्तरीय समारोह आयोजित किया गया, जिसमें बतौर मुख्यातिथि उपमंडल अधिकारी पाँवटा साहिब गुंजीत सिंह चीमा ने ध्वजा-रोहण कर आकर्षक मार्चपास्ट की सलामी ली।

परेड में पांवटा साहिब के स्कॉलरस होम स्कूल, गुरुनानक मिशन स्कूल, जिंदल पब्लिक स्कूल, बीकेडी स्कूल, डिग्री कॉलेज, राoकoवoमाoपाo, शंकराचार्य स्कूल, नेशनल पब्लिक स्कूल, दून वैली स्कूल, विद्यापीठ स्कूल, रोज़ आर्चीड स्कूल, सरस्वती विद्या मंदिर, डीएवी स्कूल के विद्यार्थियों ने भाग लिया।

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गुंजीत चीमा ने संबोधित करते हुए सभी लोगो को 77वें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि आज का दिन उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का है, जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया । उन्होंने कहा कि देश को आजाद करवाने में प्रत्येक जाति, संप्रदाय और धर्म के लोगों का बराबर योगदान रहा है।
उन्होंने कहा कि इस देश को मजबूत बनाने में प्रत्येक गांव, कस्बे, शहर और महानगर में रहने वाले नागरिकों का योगदान है, निःसंदेह हम तीव्र गति से विकास करने वाले राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं, किन्तु फिर भी कई चुनौतियां आज भी हमारे सामने खड़ी है।

उन्होंने कहा कि निरन्तर बढ़ती प्राकृतिक आपदा ने सुन्दर हिमाचल की तस्वीर ही बदल दी है।आपदा के समय में हम सब मिलकर एक दूसरे का दुख बांटने के लिए तैयार रहें। अभी हाल में ही सिरमौरी ताल में आई प्राकृतिक आपदा में जान और माल का नुकसान उठाने वाले पीड़ितों के प्रति हमारी सामूहिक संवेदना है। उन्होंने कहा कि इस आपदा की घड़ी में जहां प्रशासन लगातार आपदा स्थल पर राहत के लिए खड़ा रहा है, वही पांवटा साहिब के वासियों ने बचाव कार्य में उल्लेखनीय योगदान दिया है। इस तरह की एकता हमारे देश को मजबूत बनाती है।

गुंजीत चीमा ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी द्वारा पूजित इस धरा में सभी धर्म के लोग रहते हैं। यहां का धार्मिक सौहार्द लघु भारत का दर्शन करवाता है यहां इसी तरह से प्रेम और भाईचारा बना रहे, उससे पांवटा साहिब में होने वाले विकासात्मक कार्यों को नई गति मिलेगी।

उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी हमारे सामने है, इस राष्ट्रीय पर्व को मनाने का हमारा उद्देश्य यही है कि यह पीढ़ी भी स्वतंत्रता के महत्व को समझे और अपनी शक्ति, क्षमता और सामर्थ्य से इस देश को सुदृढ़ बनाने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि हमारे बुजुर्ग हमारी धरोहर है, उनका अनुभव हमारी विरासत है। नई पीढ़ी को हमारे बुजुर्गों का आशीर्वाद और उचित मार्गदर्शन मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि आधुनिक भारत में नारी शक्ति अपने ओज से समाज को नई दिशा प्रदान करें। प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी निष्ठा पूर्वक अपने कर्तव्य का पालन करें। प्रत्येक नागरिक संविधान का पालन करते हुए बखूबी अपने दायित्व का निर्वहन करें, तो स्वाभाविक रूप से हम बहुत जल्द विश्व गुरु के साथ-साथ विश्व शक्ति बन सकते हैं।

इससे पहले उन्होने शहीद स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित करके शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा शहीदों के परिजनों सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त विभिन्न विभागों के कर्मचारियों तथा ऐसे सामाजिक संगठनों व लोगों को सम्मानित किया जिन्होंने सिरमौरी ताल में आई आपदा के दौरान उत्कृष्ट कार्य किए।मुख्यातिथि द्वारा ऐसे सामाजिक संगठनों व लोगों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने आम जन व पांवटा क्षेत्र के लिए उत्कृष्ट कार्य किए। उन्होंने मार्चपास्ट में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को भी पुरस्कृत किया।

इस अवसर पर डीएसपी मानवेंद्र ठाकुर, तहसीलदार ऋषभ शर्मा, बीडीओ प्रताप चौहान, नगर पालिका परिषद की अध्यक्षा निर्मल कौर, उपाध्यक्ष ओम प्रकाश कटारिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा कर्मचारी व स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

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