पांवटा साहिब के बड़े ड्रग्स माफिया अपना काम उत्तराखंड के विकासनगर के कुंज ग्रांट , धर्मावाला आदि क्षेत्र से चला रहे हैं। पांवटा साहिब के अधिकतर युवा वहां से स्मैक आदि नशे खरीद कर अपना काम किसी तरह चला रहे हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस की सख्ती के कारण तस्करों ने नशे की कीमते तीन गुना तक बढ़ा दी है वही नशे के सौदागरों को पकड़ने के लिए बनाई गई टीमों को नशा तस्कर पकड़ने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है क्योंकि कई नशा तस्कर गायब हो गए हैं और अधिकतर सलाखों के पीछे हैं ऐसे में पुलिस की स्पेशल टीमें दिन रात मेहनत कर रही है की नशा तस्करी का कोई केस मिल जाए
हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े नशा जोन पांवटा साहिब के अधिकतर नशा माफिया सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं, जिसके कारण स्थानीय लोगों ने चैन की सांस ली है और पुलिस अधिकारियों से शांति को बनाए रखना का आग्रह किया है।
पांवटा साहिब हिमाचल प्रदेश का सीमावर्ती क्षेत्र है जहां उत्तराखंड, हरियाणा, यूपी की सीमाएं जुड़ती है जिसके कारण बॉर्डर पर स्थित वार्ड नंबर 9 और 10 अधिकतर नशा माफिया का सेफ जोन माना जाता रहा है। इस बार सरकार की नशे पर जीरो टॉलरेंस नीति को सिरे तक पहुंचाते हुए सिरमौर पुलिस ने बेहतरीन काम किया अधिकतर नशा माफिया सलाखों के पीछे हैं जिसके कारण आम जनमानस खुशी और शांति की सांस ले पा रहा है।
जिला सिरमौर के एसपी निश्चिंत सिंह नेगी पहले ही सभी लोगों को विश्वास और आश्वासन दे चुके हैं कि नशा तस्करों और माफिया के साथ किसी तरह की कोई भी हमदर्दी नहीं बरती जाएगी चाहे वह महिला हो या पुरुष सभी को सलाखों के पीछे धकेला जाएगा। वहीं विभिन्न माध्यमों से नशे के खिलाफ मुहिम चलाई जा रही है उन्होंने जनता से नशा तस्करों की जानकारी पुलिस से साझा करने की अपील की है उन्होंने कहा कि नशा तस्करी की जानकारी देने वालों का नाम पता गुप्त रखा जाएगा