अगर आपने दृढ़ इच्छा शक्ति व संकल्प हो तो कोई भी बाधा आपको मंजिल पाने में से नहीं रोक सकती। गरीब व निर्धन परिवार से सम्बन्ध रखने वाले विजय कुमार रघुवंशी ने अपनी प्रतिभा का परचम लहराते हुए यह साबित कर दिया है कि प्रतिभा किसी संसाधन का मोहताज नहीं होता है।
बात दें कि जिला सिरमौर के पुरुवाला में थाना प्रभारी के पद पर तैनात विजय कुमार रघुवंशी को पुलिस विभाग में उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए डीजीपी डिस्क अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा| विजय की इस उपलब्धि से उनके थाना सहित उनके गाँव के साथ साथ आस-पास के इलाके का नाम भी रोशन हुआ है|
सोलन जिला कसौली तहसील एक छोटे से गाँव मुसाडा(चडीयार) के रहने वाले विजय कुमार रघुवंशी पुलिस विभाग में वर्ष 2002 में बतौर कांस्टेबल भर्ती हुए थे| जिसके बाद उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर पहले सब इंस्पेक्टर फिर पदोन्नति लेकर एसएचओ तक का सफ़र तय किया| गरीब परिवार से सम्बन्ध रखने वाले विजय ने कड़ी मेहनत और ईमानदारी से अपने फर्ज को निभाते हुए कई उपलब्धियां हासिल की हैं| इससे पहले वह कालाआम्ब, नाहन, रेणुकाजी तथा किन्नौर के पूह में भी अपनी सेवाएँ दे चुके हैं वर्तमान में पुलिस थाना पुरावाला में अपनी सेवाएँ दे रहें हैं|
अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कालाआम्ब में खनन माफिया पर पूरी तरह से नकेल कसने के अलावा,नाहन में एक बड़े ब्लाइंड मडर केस,जिसमे 50 लाख की इन्शोरेश के लिए एक मजदूर की हत्या कर दी गई थी को 10 दिन में सुलझाया,अपने कार्य क्षेत्रों में उन्होंने ट्रैफिक व्यवस्था को भी दुरुस्त किया,इसके अलावा कई अन्य उपलब्धियां भी इनके नाम रही है| ईमानदारी से अपने फर्ज को निभाने वाले विजय कुमार अपने सरल स्वभाव के लिए भी जाने जाते हैं वह जितने सख्त अपने फर्ज के लिए हैं उतने ही सरल और मिलनसार भी हैं| वर्तमान में वह थाना पुरावाला में अपनी सेवाएँ दे रहें है| जहाँ वह आजकल वैश्विक महामारी कोरोना के चलते लॉकडाउन और कर्फ्यु में लोगों को मदद करने के अलावा उन्हें कोरोना के प्रति जागरूक भी कर रहें हैं|
विजय ने गोवमेन्ट स्कूल कोटबेजा से दसवीं के बाद सीनियर सेकेंडरी स्कूल परवाणू से जमा दो तथा गोवमेन्ट डिग्री कॉलेज कालका से बीए की शिक्षा प्राप्त की है| बचपन से ही उन्हें गरीबी की मार झेलनी पड़ी है,लेकिन उन्होंने अपने हौंसले को कम नहीं होने दिया| अपने बचपन के दिनों में उन्होंने दूसरों के पास मजदूरी भी की है| एक समय उन्होंने ऐसा भी देखा है जब उन्हें अपने परिवार सहित घर से बेघर भी होना पड़ा| उन्होंने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपनी माता व स्वर्गीय पिता और परिवार को दिया है|
बता दें कि विजय की धर्मपत्नी ममता भी पुलिस विभाग में ही अपनी बेहतरीन सेवाएँ दे रही है | बीते दिनों उन्होंने भी सिरमौर जिला में एक बहुत बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा करते हुए कई लड़कियों को रेस्क्यू किया था| पुलिस विभाग में बेहतरीन कार्य करने के लिए विजय कुमार रघुवंशी को डीजीपी डिस्क अवार्ड से सम्मानित होने की जानकारी मिलने के बाद उनके परिवार और क्षेत्र में ख़ुशी का माहौल है|