उत्तराखंड की राजधानी से 50 किमी की दूरी पर विकासनगर तहसील में रविवार को जमकर बवाल हुआ. स्थानीय लोगों में एक युवक के अपहरण और हत्या की आशंका के बाद बवाल हो गया. मामला 16 जनवरी का है, जब मोती सिंह नाम के एक युवक का अपहरण हो गया. उसके परिजनों ने पुलिस में नदीम और अहसान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और दोनों ने अपना जुर्म भी कुबूल कर लिया.
विकासनगर में होता रहा बवाल और आलाअधिकारी नहीं पहुंचे मौके पर
रविवार को करीब 12 बजे से डाक पत्थर चौराहे पर भीड़ जुटनी शुरू हो गई. करीब 700 से ज्यादा स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई उसके बाद पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच तीखी नोक झोंक शुरू हो गई. देखते ही देखते बवाल हो गया. इसी बीच उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. सीओ विकासनगर भूपेंद्र सिंह धोनी की गाड़ी भी पथराव में क्षतिग्रस्त हो गई. पूरा विकासनगर का बाजार भी रविवार को बंद रहा.
मामले को सांप्रदायिक रंग देने की थी कोशिश : विकासनगर हुए बवाल के बाद इसे साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई, क्योंकि मामला 16 जनवरी के और पुलिस ने 18 जनवरी को दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया. इस घटना में पुलिस का सूचना तंत्र फेल रहा. दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कुबुल कर लिया है और अब पुलिस मोती सिंह की डेडबॉडी की खोजबीन में जुट गई है. पुलिस अब शक्तिनहर में शव की तलाश में जुट गई है, लेकिन इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है. इस पूरे इलाके बीजेपी विधायक मुन्ना सिंह चौहान और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के बीच राजनैतिक जंग जगजाहिर है.
शक्तिनहर में शव को खोजने में जुटी पुलिस : विकासनगर के पास स्थित शक्तिनहर में शव की खोजबीन जारी है और एसडीआरएफ और जल पुलिस पिछले 48 घंटों से शव की खोजबीन कर रही है. दोनों आरोपियों पर मोती सिंह की हत्या का आरोप है और हत्या कर शव को शक्ति नहर में फेंकने के बाद ही विकासनगर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई.
विकासनगर में भारी पुलिस बल तैनात : विकासनगर में उपद्रव के बाद एसडीएम विकासनगर, सीओ विकासनगर सहित भारी संख्या में पुलिस बल के साथ साथ पीएसी तैनात कर दी गई है. देर शाम को आलाधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस लापता युवक को तलाशने की हर संभव कोशिश कर रही है. इस बीच मृतक के परिजन और जौनसार बावर के लोगों ने कोतवाल विकासनगर को घेरा.