Khabron wala
हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में बुधवार को प्रकृति का मनमोहक रूप देखने को मिला, जब अचानक मौसम ने पलटा खाया और बर्फबारी शुरू हो गई। अटल टनल रोहतांग के दोनों सिरों के साथ-साथ लाहौल और पांगी की घाटियां बर्फ की सफेद चादर से ढक गईं। कुल्लू में जहां झमाझम बारिश हुई, वहीं लाहौल में यह इस सीज़न का दूसरा बड़ा हिमपात था।
ठंडी हवाओं का दौर और मार्ग बंद:
बर्फबारी के कारण कई महत्वपूर्ण मार्गों पर वाहनों की आवाजाही थम गई है। कोकसर से लोसर को जोड़ने वाला एनएच-505, कोकसर से रोहतांग तक जाने वाला एनएच-3 और चंबा में सचे जोत मार्ग बंद हो गए हैं, जिससे आवागमन प्रभावित हुआ है। लाहौल की चंद्रा घाटी, रोहतांग दर्रा, बारालाचा, शिकुंला दर्रा, कुंजम दर्रा और अटल टनल का सौंदर्य बर्फबारी से कई गुना बढ़ गया है। रोहतांग दर्रा पर 15 सेंटीमीटर और बारालाचा, शिकुंला, कुंजम दर्रा पर भी 15 सेंटीमीटर तक ताज़ी बर्फ गिरी है।
चंबा और कांगड़ा का हाल:
चंबा जिले में दोपहर बाद बारिश हुई, और पांगी की ऊंची चोटियों जैसे चस्क भटोरी, सुराल भटोरी और भरमौर की काली छौ, मणिमहेश में 7.62 सेंटीमीटर तक हिमपात दर्ज किया गया है। बारिश और बर्फबारी ने पूरे क्षेत्र में शीतलहर को बढ़ा दिया है। कांगड़ा में मंगलवार रात को गर्जन के साथ बारिश हुई, पर बुधवार को दिनभर धूप खिली रही।
मौसम का पूर्वानुमान और तापमान:
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, आज गुरुवार (23 अक्तूबर) से लेकर 27 अक्तूबर तक पूरे हिमाचल में मौसम साफ और शुष्क बने रहने की उम्मीद है। हालांकि, 27 अक्तूबर की रात से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है, जिसके कारण राज्य में फिर से बारिश और बर्फबारी की संभावना है।