(जसवीर सिंह हंस ) पांवटा साहिब में चुनाव आचार संहिता में भी कानून वयवस्था की धज्ज्जिया किस प्रकार उड़ाई जा रही है इसका सबसे बड़ा उदाहरण हिमाचल यूथ ब्रिगेड के पूर्व अध्यक्ष परमिंदर सिंह ढिल्लो के रूप में सामने आ रही है | चुनाव में भी पमिंदर सिंह पिस्टल लेकर घूम रहा था | गत दिनों परमिंदर सिंह दवारा अपनी पिस्टल जमा करवा देने की बात सामने आ रही थी गोर करने वाली बात है कि परमिंदर सिंह ने अपनी पिस्टल पांवटा साहिब पुलिस स्टेशन में जमा न करवाकर कही और क्यों जमा करवाई गयी जबकि पांवटा साहिब पुलिस स्टेशन सबसे नजदीक था | ये भी जाँच का विषय है कि जो पिस्टल परमिंदर सिंह चुनाव के दोरान लेकर घूम रहा था क्या वह अवेध थी |
वही सबसे बड़ी बात ये है कि ऐसे अपराधिक छवि के आदमी को पिस्टल की क्या जरूरत थी और प्रशासन ने पिस्टल क्यों दी सूत्रों के मुताबिक क्या परमिंदर सिंह का पंजाब से पुलिस वेरिफिकेशन करवाया गया जबकि वो पांवटा साहिब का नहीं पंजाब का रहने वाला है | क्या पुलिस प्रशासन में परमिंदर सिंह की इतनी पकड़ है कि वो चुनाव आचार संहिता में भी शरेआम पिस्टल लेकर घूमता रहा व जानकारी होने के बावजूद पुलिस व प्रशासन मौन बैठे रहे जबकि परमिंदर सिंह धमकी देकर किसी की कनपटी पर पिस्टल रखता रहा | जबकि पीड़ित ने इसकी जानकारी एस डी एम् पांवटा साहिब व डी एस पी पांवटा साहिब को 8 नवम्बर की रात को दे दी थी व मोके पर नगर पालिका के वार्ड मेम्बर सहित कई लोग भी मोजूद थे |
यदि पुलिस व प्रशासन ने उस समय सही कदम उठाया होता तो अगले दिन सोनू के साथ इतना बड़ा कांड न होता | व पत्रकार के घर पर हमला व पत्रकार के साथ कुकर्म व मारपीट व एक अन्य पीड़ित के साथ मारपीट के बाद भी स्थानीय स्तर पर पुलिस प्रशासन दवारा कोई कारवाही न होने के बाद इन आरोपियों के होसले बुलंद होते चले गये थे कि अन्य लोगो के साथ भी ऐसा करने लग गये थे वही अभी इनके शिकार कुछ लोग और लोग भी हो सकते थे | कुछ लोगो की हिम्मत से ही सोनू का मामला सामने अ सका वर्ना अन्य मामलो की तरह ये मामला थी दब जाता |
अब अन्य दो आरोपी भी अग्रिम जमानत करवाने में सफल हो गये है जबकि पुलिस उनको गिरफतार करने असफल रही जबकि पक्की जानकारी होने के बाद भी अपराधी भाग निकलने में सफल रहे है कोर्ट से अग्रिम जमानत करवाने में सफल रहे | अब तक आरोपियों के मोबाइल व वारदात में इस्तमाल की गयी पिस्टल को भी पुलिस रिकवर नहीं कर सकी है | जबकि कल से कोर्ट ने परमिंदर को पुलिस रिमांड पर भेज दिया है | इस सबमे पुलिस की लपरवाही सामने आ रही है व यदि आरोपियों को सजा नहीं मिलती तो जनता का पुलिस से विशवास उठ जायेगा व अपराधियों को दोबारा अपराध करने का भी मोका मिलेगा |
गौर हो कि एक सप्ताह पहले एक रिक्शा चालक का पहले अपहरण किया गया। उसके बाद कुकर्म और बेरहमी के साथ पिटाई की गई थी। इसके बाद रिक्शा चालक को बद्रीपुर में फैंक दिया गया था। इस दौरान सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने प्राप्त कर ली थी। इस मामले में यूथ ब्रिगेड के चेयरमैन आरोपी परविंद्र सिंह, शेरा, राजा, टोनी एक सप्ताह से फरार चल रहे थे और पांवटा पुलिस की टीमें पंजाब की खाक छान रही थी, लेकिन शुक्रवार को जिला न्यायालय में मुख्य आरोपी परविंद्र सिंह की अग्रिम जमानत याचिका सोमवार तक मंजूर कर ली थी