(जसवीर सिंह हंस) यमुनानगर सीआईए-1 ने एक ट्रक से 2 क्विंटल 40 किलोग्राम चूरा पोस्त पकड़ा है। पकड़ा गया ड्राइवर ट्रक में सामान के बीच इसे छिपाकर ले जा रहा था। इसकी कीमत लगभग 12 लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सीआईए-1 के इंचार्ज सुनील कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि जोडियां नाके से एक ट्रक गुजरेगा, जिसमें भारी मात्रा में नशीला पदार्थ भरा हुआ है। उन्होंने एक टीम का गठन किया और जोडियां नाके पर नाकाबंदी कर दी। कुछ देर बाद कुरूक्षेत्र की ओर से एक ट्रक आता दिखाई दिया, जिसमें कुछ सामान भी लदा हुआ था ट्रक को रोक कर तलाशी ली गई, तो उसमें से चूरा डोडा पोस्त से भरे बैग बरामद किए। जांच के दौरान पता चला कि ट्रक में दो क्विंटल 40 किलोग्राम चूरा पोस्त है। ट्रक ड्राइवर की पहचान हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमोर के गांव बेहड़वाला निवासी रिंकू उर्फ रिंका के रूप में हुई है।
जांच अधिकारी एएसआई रामकुमार ने बताया कि आरोपी रिंकू मुम्बई से आग बुझाने के यंत्र ट्रक में लोड कर देहरादून के लिए निकला था। उसने राजस्थान के चितौडग़ढ़ गांव मंगलवाड़ा से संदीप नाम के व्यक्ति से नशीले पदार्थ के बैग लिए थे। आग बुझाने के यंत्र के सामान के बीच में नशीले पदार्थ के बैग रख लिए ताकि किसी को शक न हो। – यह माल उसने सिरमोर के घुतनपुर निवासी मुहम्मद दीन उर्फ काला को पहुंचाना था, लेकिन बीच रास्ते में जोडियां नाके के पास काबंदी के दौरान यमुनानगर में पकड़ा गया।
जांच अधिकारी ने आरोपी से पूछताछ के बाद खुलासा किया है कि आरोपी काफी समय से ट्रक चालक है और मुम्बई से माल लेकर आता है। आते हुए राजस्थान से नशीले पदार्थ माल के बीच में रख लेता है और किसी को शक भी नहीं होता था। ट्रक चालक को एक क्विंटल नशीले पदार्थ पर 20 हजार रुपये कमीशन मिलती थी। हिमाचल प्रदेश में नशीले पदार्थ की छोटी-छोटी पैकिंग कर बेची जाती थी। राजस्थान से चूरा पोस्त 2 हजार रुपये किलो मिलता है और हिमाचल प्रदेश में इसे 5 हजार रुपये किलो बेचा जाता था। टीम ने जो चूरा पोस्त पकड़ा है, उसकी कीमत करीब 12 लाख रुपये है।