शहर की धनाढ्य नगर परिषद के पास कार्यकारी अधिकारी नहीं होने से शहर के सारे विकास कार्य ठप्प हो गये थे |सफाई वयवस्था चरमरा गयी थी नगर पालिका के कर्मचारियों के भूखे मरने की नोबत आ गयी थी क्यूंकि बिना ई.ओ. के नगर पालिका के कर्मचारियों की सेलेरी रुक गयी थी | वही विकास कार्य जो थोड़े बहुत होने वाले थे बिना ई.ओ. के हस्ताक्षर के रुके पड़े थे |
परन्तु सबसे बड़ी बात ये है कि जो आदेश डीसी बीसी बडालिया ने जरी किये थे उनमे किसी को कार्यकारी अधिकारी नहीं बनाया गया जबकि ये पदभार पहले SDM पांवटा साहिब एच एस राणा के पास था | आज जारी आदेशो में SDM पांवटा साहिब एच एस राणा को ही कुछ समय के लिए दोबारा कार्यकारी अधिकारी का अतिरिक्त पदभार दिया गया जिससे विकास कार्य में बाधा ना आये | गोरतलब है कि SDM पांवटा साहिब एच एस राणा ने पहले भी नगर परिषद के ई.ओ. रहते हुए शहर में विकास को गति प्रदान की थी व हर तरफ उनकी तारीफ हुई थी आज फिर उनकी नियुक्ति से शहर व नगर परिषद के क्रमचारियो में खुश की लहर है |