महिला सशक्तिकरण का संदेश फैलाने 10,000 किलोमीटर लंबी यात्रा पर स्वतंत्रता दिवस पर दुनिया में सबसे ऊंचा वाहन योग्य पास
खार्दूंगला,पर भारतीय झंडा फहराएंगी
मनाली सुरत स्थित 50 महिला बायकर्स का ग्रुप ‘बाइकिंग क्वींस’ जो महिलासशक्तिकरण का संदेश फैलाने 10,000 किलोमीटर लंबी यात्रा पर निकला है वह आज ‘व्हॅली ऑफगॉड्स’ के नाम से मशहूर शहर मनाली में पहुंचा| मनाली का सुहवना मौसम और देवदार वृक्ष कीछाया से आच्छादित वादियों ने इन लंबी यात्रा से थकी ‘बाइकिंग क्वींस’ का दिल खोल कर स्वागतकिया | बर्फ में लिप्त हिमालय कि उंची चोटीया देख इन बाइकिंग क्वींस की थकावट मानो जैसेगायब ही हो गयी| हॉटेल स्नो प्रिन्सेस, रांगरी जो व्यास नदी के किनारे पर बसा है उसमे एक दिनके लिए सभी आराम करेंगी |
सुरत स्थित 50 महिला बायकर्स का ग्रुप ‘बाइकिंग क्वींस’ ने महिला सशक्तिकरण का संदेश फैलानेके लिए गुजरात से 19 जुलाई को शुभारंभ हुई इस यात्रा ने अब तक गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक,तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड राज्य में तकरीबन 5547किलोमीटर की यात्रा पूर्ण कि है | ‘सशक्त नारी, सशक्त भारत’, बेटी बचाओ, बेटी पढाओ मिशन जोभारत के प्रधान मंत्री श्री. नरेंद्र मोदीजी के कल्पना से प्रेरित हो कर यह महिलाये इस लांबी यात्रापार निकाली है | उन्हें 15 राज्यों में 5000 से अधिक गांवों के माध्यम से जाना होगा, अर्थात् गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, हरियाणा राज्यों मेंमिले अभूतपूर्व प्रतिसाद से प्रेरित हो उठी यह बाईकिंग क्वींस हर रोज एक एक कदम निर्धारितलक्ष्य कि ओर मार्गक्रमण कर रही है| आनेवाले 26 दिनो में वह हिमाचल प्रदेश, जम्मू- काश्मीर,दिल्ली, पंजाब और राजस्थान में भ्रमण कर वहा नारीशक्ती का संदेश फैलाएगी| हर राज्य में वेस्थानीय लोगों से मिलेंगे और महिलाओं के सशक्तिकरण के संदेश को फैलाने होंगे। क्वींस बाइकिंग रैली खार्दूंगला, जो दुनिया में सबसे ऊंचा वाहन योग्य पास हैं, वहा स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय झंडाफहराएंगी । वंचित बच्चों की मदद करने के अलावा वे और अधिक से अधिक 9000 शिक्षण किट,सभी राज्यों में वितरित करेंगे। स्वच्छता हमारे जीवन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है , इसेप्रोत्साहित करने के लिए वे इन राज्यों में महिलाओं के लिए स्वच्छता किट भी वितरित करेंगे ।
बाइकिंग क्वींस: बाइकिंग क्वींस सूरत में सवार सभी महिलाओं को समूह है। डॉ सारिका मेहता, पेशेसे एक मनोवैज्ञानिक संस्थापक, इस समूह जो जुनून और सामाजिक कल्याण के लिए लगा हैं,इसकी संस्थापक हैं। यह वर्ष 2015 में बनाया गया था और सिर्फ दो साल में वे महिलाओं औरआसपास बच्चों के लिए एक बहुत कुछ किया है।