(विजय ठाकुर) हिमाचल प्रदेश की औद्योगिक राजधानी बददी,बरोटीवाला,नालागढ़ (वीवीएन्) में साइबर क्राइम के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। पुलिस थाना बद्दी के तहत साइबर ठगी कर 2 लाख रुपए उड़ाने का एक और मामला सामने आया है। बद्दी में डिजिटल केबल कम्युनिकेशन के मैकेनिक पिंटू कुमार निवासी बिहार हाल निवासी हाऊंसिंग बोर्ड फेस-3 बद्दी को फोन कॉल पर बैंक खाते से आधार कार्ड लिंक करने के लिए ए.टी.एम. नंबर मांगा गया। शातिर के झांसे में आकर पिंटू ने फोन पर ए.टी.एम. नंबर की जानकारी दे दी। इसके एक घंटे बाद उसके खाते से ऑनलाइन लगातार 2 लाख रुपए निकाल लिए गए। शिकायतकर्ता ने फोन पर अपना ओ.टी.पी. नंबर भी शेयर कर दिया था। एसपी बद्दी ने कहा कि इस संबंध में प्राथमिक जांच की जा रही है। पुलिस साइबर सैल के माध्यम से भी इसकी जांच करेगी।
वहीं सुनील कुमार निवासी कांगडा ने साइबर सैल को शिकायत भेजी है कि दो दिन से लगातार एसबीआई क्रेडिट कार्ड बैरीफिकेशन के नाम पर दिल्ली से अलग अलग नम्बरों से उसे फोन आ रहे है कि अपना क्रेडिट कार्ड नम्बर बताए नहीं तो आपका कार्ड ब्लाक कर दिया जाएगा ।
हैरानी की वात तो ये है कि बैकों के पास कस्टमर का जो गुप्त डाटा होता है वो साइवर ठगो के पास कैसे शेयर हो जाता है, या तो बैंक कर्मी या कार्ड बनाने वाली एंजैसी डाटा लीक करती है जिसका आज तक साइवर सैल भी पता नहीं लगा पाया है ।
बी.बी.एन. में लगातार हर रोज इस प्रकार के साइबर क्राइम के मामले सामने आ रहे हैं। इन मामलों में भले ही जानकारी के अभाव में लापरवाही खाताधारक की रही है, लेकिन शिकायत के बाद पुलिस की कार्रवाई भी संतोषजनक नहीं है। 90 फीसदी मामलों में पुलिस ठगी के शिकार व्यक्ति को न्याय नहीं दिला पाई है। साइबर क्राइम के मामलों में निपटने के लिए पुलिस को अत्याधुनिक सिस्टम अपनाने की जरूरत हिमाचल प्रदेश में काफी समय से महसूस की जा रही है लेकिन कोई उचित कार्यवाही न होने के चलते जनता ठगो की ठगी का शिकार हो रही है ।