सिरमौर में सचिवालय के बड़े अधिकारियों व SP , DC के नाम पर गाडियों से कर रहे थे अवेध वसूली पुलिस ने किये गिरफ्तार

( जसवीर सिंह हंस ) काला आम्ब में संजय कुमार गुप्ता अध्यक्ष रोड सेफ्टी क्लब काला आम्ब निवासी तिरलोकपुर ने पुलिस को लिखित शिकायत दी की आई आई टी कॉलेज जोहरो के नजदीक तिरलोकपुर रोड पर कुछ लोग ड्राईवर लोगो से 200 रुपए ले रहे थे व उनको एक पर्ची भी दे रहे थे | पूछने पर एसपी व डी सी   की अनुमति की धमकी दे रहे थे ।

पूछने पर 200-200 रुपये की वसूली कर रहे  लोगो ने  बताया की वो रोड सेफ्टी क्लब के सदस्य है व रेड क्रोस के लिए पैसे एकत्रित कर रहे है | इनके दवारा कोई कागज न दिखा सकने के बाद  काला अम्ब सेफ्टी क्लब के सदस्ययो ने गाड़ी समेत दो  लोगों को पुलिस के हवाले किया था वही इनका साथी जिसका नाम मनोज बताया जा रहा है साथी  गाड़ी लेकर भाग गया  ।

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Khabron wala हिमाचल प्रदेश के शिक्षण संस्थान देश दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रहे हैं। ऐसे ही एक शिक्षण संस्थान ने अब एक नया इतिहास रच दिया है। दरअसल हिमाचल के मंडी जिला में स्थित आईआईटी मंडी के नाम एक बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। नवाचार और स्टार्टअप की दिशा में उल्लेखनीय योगदान के लिए संस्थान को देशभर में यूनिवर्सिटी ऑफ द ईयर का खिताब मिला है। आईआईटी मंडी को दो प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा दिल्ली में आयोजित एफआईसीसीआई हायर एजुकेशन एक्सीलेंस अवॉर्ड्स 2025 में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने संस्थान को दो प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा। इनमें यूनिवर्सिटी ऑफ द ईयर और एक्सीलेंस इन क्रिएटिंग एंप्लॉयमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप शामिल हैं। यह सम्मान आईआईटी मंडी को हिमालयी क्षेत्र में 400 से अधिक स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए दिया गया है। संस्थान के नवाचार आधारित शोध कार्यों ने न केवल युवाओं को नए अवसर प्रदान किए हैं, बल्कि देश को आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की ओर भी अग्रसर किया है। नवाचार और स्टार्टअप्स में नई पहचान आईआईटी मंडी बीते कुछ वर्षों में स्टार्टअप और इनोवेशन के क्षेत्र में तेजी से उभरा है। संस्थान की रिसर्च लैब्स और इनक्यूबेशन सेंटर ने सैकड़ों युवाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने का मौका दिया है। स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक इन स्टार्टअप्स ने नई दिशा दी है। आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मिधर बेहरा ने कहा कि यह उपलब्धि पूरे संस्थान के लिए गर्व का क्षण है। यह सम्मान हमारे संकाय छात्रों और स्टाफ की कड़ी मेहनत का नतीजा है। हम नवाचार की संस्कृति को मजबूत कर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि संस्थान का फोकस केवल शोध तक सीमित नहीं है, बल्कि अनुसंधान के व्यावहारिक उपयोग, उद्योगों से साझेदारी और उद्यमिता को बढ़ावा देने पर भी है। आईआईटी मंडी का मानना है कि देश में तकनीकी नवाचार और स्टार्टअप इकोसिस्टम को सशक्त बनाकर ही रोजगार के नए अवसर पैदा किए जा सकते हैं। यही कारण है कि संस्थान में कई शोध परियोजनाएं सीधे सामाजिक और औद्योगिक जरूरतों से जुड़ी हुई हैं। इस उपलब्धि के बाद आईआईटी मंडी ने स्पष्ट कर दिया है कि उसका लक्ष्य केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता तक सीमित नहीं है, बल्कि देश की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में भी उसकी भूमिका अहम होगी।

शिकायतकर्ता संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि  एक स्वदेश कुमार नामक व्यक्ति ने सरदार का भेष बनाया था उसके कब्जे से मिली एक डायरी। जिसमे प्रदेश के सचिवालय  के बड़े अफसरों व आई ए एस व आई पी एस  तथा पूर्व मुख्यमंत्री तक के नाम है । डायरी में लोगों को की गई भुगतान शराब ड्राई फ्रूट्स  का जिक्र है व  बैंक अकाउंट नंबर भी जिसमे भुगतान हुआ । इस मामले पर  एसपी व डी सी   ने किसी भी अनुमति से किया इनकार है ।

मामले की पुष्टि करते हुए सिरमौर के पुलिस अधीक्षक रोहित मालपानी ने बताया की पुलिस ने  आई पी सी की धारा 420 120 B के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जिन्हें कोर्ट में पेश  किया जायेगा व अन्य आरोपी को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा | उन्होंने कहा कि किसी को बिना अनुमति इस प्रकार से पैसे एकत्रित करने का कोई अधिकार नहीं है यदि कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ  कड़ी क़ानूनी कारेवाही की जायेगी

 

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