डा. आरपीएमसी टांडा उत्तर भारत का प्रमुख चिकित्सा संस्थान बनेगाः मुख्यमंत्री

 

(जसवीर सिंह हंस) मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कांगड़ा में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा के वार्षिक समारोह (कोनेक्सस)-2018 की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार डॉ. राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा को उत्तर भारत के एक प्रमुख चिकित्सा संस्थान के स्प में तैयार करेगी, जोकि क्षेत्र के रोगियों को विशिष्ठ चिकित्सीय सेवाएं प्रदान करेगा।

You may also likePosts

मुख्यमंत्री ने कहा कि टांडा मेडिकल कालेज क्षेत्र के लोगों को विशिष्ट स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि यद्यपि कॉलेज ने चिकित्सा क्षेत्र में एक विशेष स्थान बनाया है, लेकिन फिर भी इसके विकास में अभी बहुत कुछ करना बाकी है। इसे हासिल करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एक महान व्यवसाय है, क्योंकि इसके अन्तर्गत चिकित्सक पीड़ित मानवता की सेवा पूर्ण समर्पण, निष्ठा एवं बचनबद्धता से करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणात्मक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना राज्य सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान मौजूदा स्वास्थ्य और शैक्षणिक संस्थानों को मजबूत करने की ओर है तथा पिछली सरकार ने राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए बड़ी संख्या में बिना बजट के स्वास्थ्य संस्थान खोल दिए थे।

मुख्यमंत्री ने कॉलेज के लिए नई सीटी स्कैन, नई लिफ्ट और 10 नए वेंटिलेटर प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कॉलेज की एमआरआई सुविधा का उन्नयन किया जाएगा तथा लैक्चर थियेटरों में वातानुकूलन सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। नई कैंटीन का निर्माण होने तक छात्रों और चिकित्सकों को अस्थाई कैंटीन सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि कॉलेज में छात्राओं के लिए नए कन्या छात्रावास का निर्माण किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षुओं के मासिक वजीफे को 10,000 रुपये से बढ़कार 15,000 रुपये करने तथा तथा टाईप तीन और टाईप चार के रिहायशों के उन्नयन के लिए 25 लाख रुपये देने की घोषणा में भी की। उन्होंने अपनी स्वैच्छिक निधी से एक लाख रुपये सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले छात्रों को प्रदान करने की घोषणा भी की।

इस अवसर पर मैडिकल कॉलेज के छात्रों ने एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।मुख्यमंत्री ने कॉलेज के छात्रों के प्रदर्शन की सराहना की तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए। ‘इनविजिवलस’ टीम को लोक नृत्य प्रतियोगिता को विजेता घोषित किया गया।

शिक्षाविदों में शिवालिका पठानिया ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया तथा शिवाली शर्मा और शुतिया सेन ने क्रमशः दूसरा और तीसरा पुरस्कार हासिल किया। खेल व अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कलाकारों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया।

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि टांडा मैडिकल कॉलेज न केवल चिकित्सा शिक्षा में सर्वश्रेष्ठ कॉलेज के रूप में उभरा है बल्कि लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं भी प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों के 200 पद राज्य लोक सेवा आयोग के माध्यम से भरे जाएंगे तथा आईजीएमसी शिमला और डॉ. आरपीजीएमसी टांडा, दोनों कॉलेजों में पैरामेडिकल स्टाफ के पद जल्द भरें जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैडिकल कॉलेज के लिए नए वेंटिलेटर और सीटी स्कैन सुविधा प्रदान करने की आवश्यकता है।

प्रधानाचार्य मैडिकल कॉलेज टांडा डॉ. भानू अवस्थी ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए मैडिकल कॉलेज की उपलब्धियों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि मैडिकल कॉलेज स्टुडैंट रिर्सच क्लब और मैडिकल जनरल के लिए भारत के कुछ चुन्निदा मैडिकल कॉलेजों में से एक है। उन्होंने कहा कि कॉलेज की बिस्तरों की क्षमता 820 है। उन्होंने मुख्यमंत्री को मैडिकल कॉलेज की विभिन्न विकास से संबंधित आवश्यकताओं से अवगत करवाया।

एससीए के अध्यक्ष डॉ. तेनजिंग नेगी ने मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का मैडिकल कॉलेज के वार्षिक समारोह में स्वागत किया। उन्होंने मैडिकल कॉलेज के पूर्व छात्रों की उपलब्धियों का विवरण दिया तथा प्रशिक्षुओं के मानदेय को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया।

शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी, विधायक राकेश पठानिया, अरूण मैहरा, अर्जुन सिंह, मुलख राज प्रेमी, रवि धीमान, पूर्व विधायक दूलो राम, चिकित्सा अधिक्षक डॉ. जी.डी. गुप्ता, पुलिस अधिक्षक सन्तोष पटियाल व अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

 

Related Posts

Next Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!