सिरमौर की बेटिया ममता शर्मा व रंजना शर्मा बनी प्रोफेसर

उपमंडल संगड़ाह के गांव कजवा व लाना चेता की लायक बेटियां ममता शर्मा व रंजना शर्मा के हाल ही में कॉलेज कैडर सहायक प्रोफेसर चुने जाने से क्षेत्रवासी काफी उत्साह है।उपमंडल के दूरदराज गांव कजवा की ममता इससे पूर्व वर्ष 2016 में एलाइड की परीक्षा पास कर फूड इंस्पेक्टर चुनी गई थी। ममता ने राजनीतिक शास्त्र विषय के असिस्टेंट प्रोफेसर चयनित होने से उनके परिजन व परिचित काफी उत्साहित है। कजवा गांव के किसान चंद्रमणि शर्मा व सुंदरी देवी की इस लायक बेटी ने 2014 में डिग्री कॉलेज संगड़ाह से बीए की तथा इसके बाद प्रदेश विश्वविद्यालय से राजनीतिक शास्त्र में स्नातकोत्तर की परीक्षा पास की।

अपनी सफलता  का श्रेय वह मेहनतकश माता-पिता, अध्यापकों व जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक यादवेन्द्र शर्मा को देती है। सांगना स्कूल तथा संगड़ाह महाविद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ एनएसएस तथा लोक नृत्य जैसी गतिविधियों में भी ममता हमेशा अव्वल रही। उपमंडल संगड़ाह के एक अन्य दूरदराज गांव लाना चैता की रंजना शर्मा भी हाल ही में एजुकेशन की सहायक प्रोफेसर चुनी गई। रंजना पति केशव शर्मा जहां सरकारी स्कूल में टीजीटी शिक्षक है, वहीं उनके पिता राजगढ़ के पालू गांव के ख्यालीराम पझौता आंदोलन तथा स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी रह चुके हैं।

You may also likePosts

रंजना ने नवोदय विद्यालय से जमा दो तथा पंजाब विश्वविद्यालय से एमएड की। 35 वर्षीय रंजना शर्मा वर्तमान में एक सरकारी विद्यालय में जीव विज्ञान की प्रवक्ता के पद पर कार्यरत है। वर्ष 2009 में इन्होने नेट व जेआरएफ की परीक्षा उत्तीर्ण की। रंजना, उनके पति तथा अन्य परिजनों ने उनके सहायक प्राध्यापक चुने जाने पर खुशी जताई। नौकरी व परिवार की परवरिश के साथ साथ उक्त परिक्षा की तैयारी उनके लिए बड़ी चुनौती थी।

दोनों बेटियों की कामयाबी ने एक बार फिर साबित किया कि, लड़कियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। गौरतलब है कि, प्रदेश व जिला के दूरदराज क्षेत्रों में शामिल उपमंडल संगड़ाह से गत दो वर्षों में सात महाविद्यालय संवर्ग प्राध्यापक चुने जा चुके हैं।

Related Posts

Next Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!