सफाई में सहयोग न करने और घरों में लारवा मिलने पर जुर्माना किया जाएगा

डेंगू रोग से बचने के लिए आवश्यकता है कि इस बीमारी के बारे में लोगों में अधिक से अधिक जागरूक किया जाए। डेंगू रोग से बचने के लिए यदि सभी लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक होगें, तो मिलकर इस रोग से लड़ सकते है और इसे जड़ से मिटा सकते है। यह बात उपायुक्त विवेक भाटिया ने जिला में डेंगू रोग की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रबंधों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि डेंगू रोग के प्रति जागरूकता चलाने के उपरांत जिला में डेंगू पीड़ित रोगियों के कम मामलें दर्ज किए गए है। उन्होंने बताया कि यह रोग मच्छर के काटने से फैलने वाला संक्रामक रोग हैै और इस रोग की रोकथाम के लिए सभी को सांझा कार्य करना होगा, सभी अधिकारी और नागरिक इस कार्य में अपनी सहभागिता निभाएं।

उन्होंने कहा कि मौनसून शुरू हो गया है और डेंगू से बचने के लिए सभी लोग ऐहतियात बरतें।  उन्होंने कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद को निर्देश दिए कि वह हर वार्ड में स्वयं सेविओं की सूची तैयार करें ताकि उनकी भी सेवाएं ली जा सकें।  उन्होंने कहा कि ऐसे स्वयं सेवियों को आॅर्नर भी किया जाएगा।  उन्होंने ई.ओ को निर्देश दिए की बस स्टैंड के ढाबों और उनके आस-पास की साफ-सफाई और जल निकासी और कूलर और अन्य जल भण्डारण बर्तनों की भी पूर्ण रूप से जांच करें।

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उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक किया जा रहा है, जागरूकता के उपरांत भी यदि साफ-सफाई में कमियां पाई जाती है या कोई व्यक्ति सफाई में सहयोग नही देता है और लोगों के घरों में यदि लारवा मिलता है तो उसे जुर्माना किया जाएगा। उन्होंने जिला के समस्त सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों के अधिकारियों से कहा कि वह स्वच्छता के लिए अपने-अपने कार्यालयों में नोडल अधिकारी नियुक्त करें।  उन्होंने लोक निर्माण विभाग को भी निर्देश दिए की वह सरकारी आवासों की पानी की टंकियों की साफ-सफाई भी सुनिश्चित करें।

उन्होंने लोगों से भी आहवान किया कि वह अपने घर केे आस-पास झाड़ियों, खाली पड़ी बोतलों और प्लास्टिक इत्यादि की साफ-सफाई सुनिश्चित करें। उन्होंने नगर परिषद को निर्देश दिए की वह नियमित रूप से साफ-सफाई व फौगिंग करें।  उन्होंने कहा कि नगर परिषद सफाई का पूरा ध्यान रखे।  शहर में झाड़ियों की साफ-सफाई और गड्डे और नालियों में पानी को जमा न होने दें।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 वी.के चैधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वच्छता, जागरूकता और परहेज ही डेंगू रोग का सबसे बेहतर ईलाज है।  उन्होंने बताया कि डेंगू के बचाव के लिए घर के अंदर और आस-पास पानी जमा न होने दे और किसी भी वर्तन में खुले में पानी रखें।  उन्होंने बताया कि बर्तन को खाली करके रखे व उसे उल्टा करके रखे।  उन्होंने बताया कि यदि किसी बर्तन, ड्रम या बाल्टी में पानी जमा कर रखते है तो उसे पूर्णतय ढक के रखे।

उन्होंने बताया कि पानी को जमा करके रखने से पहले उस बर्तन को अच्छी तरह से धो ले और उसके उपरांत सुखाएं जिससे मच्छर के अडों को मारा जा सके।  उन्होंने बताया कि घर में कीट नाशक का छिडकाव करें और हर व्यक्ति ओडोमोस या गुड नाइट स्प्रे इत्यादि और शरीर को पूरे वस्त्र से ढक कर रखें।  उन्होंने कहा कि घर में कूलर में पानी जमा न होने दें और कूलर का पानी नियमित रूप से रोज़ बदले।  उन्होंने कहा कि गड्डो में, गमले में या नालियों में पानी जमा न होने दो अगर उसमें पानी है तो उसे साफ करना सुनिश्चित करें। सी.एम.ओ ने बताया कि विभाग द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है और शहर के डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में फोगिंग और स्प्रे किया जा रहा है। उन्होंने भी लोगों से आहवान किया कि वह अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें ताकि डेंगू के मच्छर को पूर्णतय नष्ट करके डेंगू रोग से निजात पाई जा सके।

बैठक में प्रोवेशनर आईएएस अधिकारी सौम्या झा, ए.डी.एम विनय कुमार,एसडीएम प्रियंका वर्मा, एसडीएम शशि पाल शर्मा, एसी टूडीसी सिद्धार्थ आचार्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. वी.के चैधरी जिला, एम.ओ.एच डाॅ. परविन्द्र, परियोजना अधिकारी संजीत सिंह,डी.आर.ओ देवी राम, आई.पी.एच, लोक निर्माण, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद के अतिरिक्त सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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