शिक्षा, संसदीय मामले तथा विधि मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अगले शैक्षणिक सत्र से योग को पाठ्यक्रम में स िमलत किया जाएगा। सुरेश भारद्वाज गत सांय यहां देश के प्रथम ‘न्यूरोसांईस एण्ड मेटा स्किल्स रिसर्च सैंटरÓ का शुभार भ करने के उपरांत उपस्थित छात्रों, अभिभावकों एवं विषय विशेषज्ञों को संबोधित कर रहे थे। यह रिसर्च सैंटर आई-मेमोरी स्कूल फाऊंडेशन द्वारा हिमाचल शिक्षा संस्थान के सहयोग से आर भ किया गया है।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि हमारे वेद एवं प्राचीन भारतीय संस्कृति में छात्र के सर्वांगीण विकास के लिए ध्यान, यौगिक क्रिया, अनुशासन एवं समर्पण को सर्वोच्च स्थान दिया है। उन्होंने कहा कि ध्यान एवं योग भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है और प्राचीन भारतीय शिक्षा पद्धति में ध्यान एवं योग पर विशेष ध्यान दिया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि न्यूरोसाइंस एवं मेटा स्किल्स भी मूल रूप से ध्यान की विभिन्न अवधारणों पर कार्य करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जहां अगले शैक्षणिक संत्र से विद्यालयों में योग को विषय के रूप में आरंभ करेगी वहीं न्यूरोसाइंस एवं मेटा फिजिक्स को विषय के रूप में आरंभ करने की संभावनाओं का भी पता लगाएगी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में देश में द्वितीय स्थान पर है और प्रदेश सरकार यह प्रयास कर रही है कि न केवल हिमाचल को शिक्षा के क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान पर स्थापित किया जाए अपितु युवाओं को उनके घरद्वार के समीप गुणात्मक शिक्षा भी उपलब्ध हो। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए योजनाबद्ध कार्य किया जा रहा है।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश के विद्यालयों में दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। हमारे पास प्रशिक्षित प्राध्यापक हैं और प्रदेश सरकार राजकीय विद्यालयों में बेहतर अधोसंरचना उपलब्ध करवाने पर ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगता अभिशाप नहीं है और सभी दिव्यांग बच्चों में विलक्षण प्रतिभा छुपी होती है। इस प्रतिभा को निखारकर दिव्यांगजनों को समाज को राह दिखाने का अवसर प्राप्त हो सकता है। उन्होंने कहा कि न्यूरोसांईस एण्ड मेटा स्किल्स की तकनीक शिक्षा के क्षेत्र में लाभदायक सिद्ध होगी।
शिक्षा मंत्री ने इस अवसर पर अभिभावकों से आग्रह किया कि वे नशे से युवाओं को बचाने के लिए स्वयं भी जागरूक बनें। उन्होंने कहा कि नशा युवा पीढ़ी का सबसे बड़ा दुश्मन है और युवाओं को नशे से बचाकर ही देश का समग्र विकास संभव है। सुरेश भारद्वाज ने इस अवसर पर विशेष प्रतिभा वाले छात्रों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले छात्रों को अपनी ऐच्छिक निधि से 11 हजार रुपये प्रदान करने की घोषणा की।
दिव्यांगों के विकास को समर्पित राष्ट्रीय संगठन सक्षम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. सुकुमार ने इस अवसर पर कहा कि विकलांगता के संबंध में सभी को अपना दृष्टिकोण बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विकलांगता में योग्यता को चिन्हित कर व्यक्ति को सक्षम बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षा पद्धति में आधुनिक तकनीक का समावेश आवश्यक है और न्यूरोसांईस एण्ड मेटा स्किल्स रिसर्च सेंटर इस दिशा में सहायक सिद्ध होगा।
हिमाचल शिक्षा संस्थान की अध्यक्ष एवं भाजपा की राष्ट्रीय महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष रश्मिधर सूद ने मु यातिथि का स्वागत किया तथा न्यूरोसांईस एण्ड मेटा स्किल्स रिसर्च सेंटर की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि आई मेमोरी स्कूल फाउंडेशन ने सक्षम के साथ मिलकर दिव्यांग शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र की शुरूआत की है। इसके माध्यम से देश में सभी तरह के दिव्यांगों का मानसिक एवं शारीरिक विकास किया जाएगा। इस कार्य में लर्निंग डिस्ऑर्डज एससोसिएशन अमेरिका का पूर्ण सहयोग रहेगा।
सोलन से विधानसभा चुनावों में भाजपा के उ मीदवार रहे डॉ. राजेश कश्यप, बघाट बैंक के अध्यक्ष पवन गुप्ता, नगर परिषद सोलन के अध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर, उपाध्यक्ष मीरा आनंद, भाजपा मंडल सोलन के अध्यक्ष तथा दुधारू पशु सुधार सभा सोलन के अध्यक्ष रविंद्र परिहार, जिला भाजपा महामंत्री नरेंद्र ठाकुर, सोलन भाजपा के कोषाध्यक्ष अमर सिंह ठाकुर, नगर परिषद सोलन के पार्षदगण, एपीएमसी सोलन के सदस्य किशन वर्मा, जिला भाजपा के चंद्रकांत शर्मा, अजय बंसल, उपनिदेशक उच्च शिक्षा पूनम सूद, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा भागचंद चौहान, आई मेमोरी स्कूल फांउडेशन स्कूल के अध्यक्ष सबाबी मंगल, अन्य प्रतिनिधि, गणमान्य व्यक्ति, अभिभावक तथा छात्र इस अवसर पर उपस्थित थे।