पातलियां ग्राम स्थित प्राचीन पातलेशवर महादेव मंदिर में चल रहे विवाद के बीच रविवार को जनरल हाउस बुलाया गया। इस जनरल हाउस में क्षेत्र के सैंकड़ों लोगों ने शिरकत की तथा वन विभाग द्वारा मंदिर को तोड़े जाने के खिलाफ विभिन्न संगठनों ने मंथन किया। इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद जिला महामंत्री दीपक भंडारी ने कहा कि तोडना तो दूर किसी भी सूरत में मंदिर की एक ईंट तक नहीं हिलने देंगे। कानूनी और धार्मिक स्तरों पर सभी को एकजुट होकर लड़ाई लड़नी होगी पांवटा की हर पंचायत की ओर से ज्ञापन भेजेंगे। इसे अलावा यहां आए सभी व्यक्तियों का एक वाह्ट्सअप ग्रुप भी बनाया जाएगा, जिसमें आगामी गतिविधियां सभी से सांझा की जाएगी।
उधर शिवसेना अध्यक्ष मधुकर डोगरी ने मंदिर के लिए सभी को मिलकर काम करने का आह्वाहन किया। आम सभा में वर्तमान समिति को ही मान्य माना गया है। व यही समिति आगामी क़ानूनी व जमीनी स्तर पर मंदिर के लिए लड़ाई लड़ेगी | परुन्तु गुप्त सूत्रों के अनुसार शिवरात्रि के बाद इस कमेटी को दुबारा हटाने के भी प्रयास किये जा सकते है क्युकि कुछ ग्रामीण इस कमेटी के कार्य से खुस व संतुष्ट नहीं है | सूत्रों के अनुसार मंदिर समिति द्वारा अभद्र व्यवहार करने से धीरज आहत था, जिस कारण उसने याचिका दायर की थी। व धीरज शर्मा केस वापिस लेने को भी तेयार था परन्तु मंदिर समिति नहीं मानी | व कुछ लोगो द्वारा मन्दिर में स्थानीय पंडित व साधू रखने की भी मांग मोके पर की गयी |
क्या है पूरा मामला
बातामंडी निवासी धीरज शर्मा ने हाईकोर्ट में याचिका दर्ज की थी कि क्षेत्रवासियों की आस्था का केंद्र यह मंदिर पैसो का घोटाला हो रहा है व ये मंदिर वनभूमि पर बनाया गया है। वन विभाग ने पाया कि मंदिर का निर्माण वन भूमि पर किया है। वन विभाग की टीम 12 जनवरी को हटाने पहुंची थी परंतु इस बात की भनक लगते ही सैंकड़ों स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए तथा टीम को बैरंग लौटना पड़ा था। इससे पूर्व समिति व स्थानीय लोगों ने एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा था।