( जसवीर सिंह हंस ) पूर्व डिप्टी एडवोकेट जनरल और हिमाचल हाई कोर्ट शिमला के एडवोकेट विनय शर्मा का कहना है कि एचएएस अधिकारी एचएस राणा को किस जुर्म में पकड़ा गया है | किसी गैर सरकारी व्यक्ति को रंगे हाथ पकड़ा है न कि इस अधिकारी को । फिर यह अधिकारी भरष्ट कैसे हुआ ओर इन्हें किस अपराध में पकड़ा गया ? किसी की इज़्ज़त की मिट्टी पलीद करने में कोई टाइम नहीं लगता।इस अधिकारी की फैमिली भी है उनपर क्या बीतेगी । कल को अगर यह अधिकारी निर्दोष पाया जाता है तो उस इमेज की भरपाई कोन करेगा।
क्योंकि विजिलेंस ने इसे पकड़ा है तो क्या यह दोषी हो गया ? पैसा तो किसी ओर के पास से पकड़ा गया है और पैसे जिसने उस व्यक्ति को दिए उसका तो कोई काम भी इस अधिकारी द्वारा नहीं किया गया था।फिर इस अधिकारी पर जुर्म कैसे साबित होगा ? कोई मुझे समझाए कि इस अधिकारी का क्या जुर्म है और उसे कैसे अपराधी ठहरा सकते हो ? क्या इस अधिकारी को सिर्फ शक की बिनाह पर पकड़ा गया है य फिर सिर्फ सनसनी फैलाने के लिए।इस अधिकारी को अरेस्ट क्या अपनी इमेज चमकाने के लिए विजिलेंस ने किया है ? पुलिस द्वारा गिरफ्तार होते ही किसी को भी हम दोषी मान लेते हैं और यह कटु सत्य है कि पकड़े गए मामलों में सिर्फ 5% लोगों को सजा मिलती है 95% किसी भी बजह से निर्दोष पाए जाते हैं ।
उनका कहना है कि उनकी नजर में यह एक कमजोर केस है और भ्र्ष्टाचार तो किसी भी एंगल से साबित नहीं होता क्योंकि इन्होंने प्रत्यक्ष रूप से कोई रिश्वत नहीं ली है।मैं इन्हें नहीं जानता पर पहली नज़र में मुझे इन पर लगाये गए इल्जाम फ़र्ज़ी नज़र आ रहे हैं।इन्होंने किसी स्टोन क्रशर वाले कि फ़ाइल चंडीगढ़ में क्लियर की ओर विजिलेंस ने किसी गैर सरकारी व्यक्ति को पावंटा साहब में पकड़ा।अगर इन्हें रिश्वत लेते हुए पकड़ा जाता तब तो यह सीधे तौर पर अपराधी थे।क्या नम्बर बनाने के चक्कर मे विजिलेंस ने एक बड़े अधिकारी को बलि का बकरा बनाया है । अब आप यह मत समझना मैं किसी अपराधी को बचा रहा हूँ । मुझे यह निर्दोष लग रहे हैं इसलिए यह पोस्ट लिखने का साहस किया । ( जैसा पूर्व डिप्टी एडवोकेट जनरल और हिमाचल हाई कोर्ट शिमला के एडवोकेट विनय शर्मा ने फेसबुक पर लिखा व फ़ोन पर बताया )
वही इस मामले पर डी एस पी विजिलेंस बी डी भाटिया का कहना है कि वे इस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहेंगे यदि कोई व्यक्ति ऐसा बयान दे रहा है तो वो उसकी निजी राय है | क़ानूनी कारेवाही जारी है |
कौन है एचएस राणा : एचएएस अधिकारी एचएस राणा चंबा जिला के ड्यूर के रहने वाले हैं और 2011 बैच के एचएएस हैं। वह 2012 से 2015 तक जिला मंडी के सुंदरनगर में बतौर एसडीएम तैनात रहे। उसके बाद कुछ समय जिला मुख्यालय मंडी में सेवाएं देने के बाद इनका तबादला पावंटा साहिब हो गया था। पावंटा में वह 2015 से 2018 तक रहे। उसके बाद उनकी ट्रांसफर मंडी के धर्मपुर में बतौर एसडीएम हुई थी। वहां उन्होंने करीब चार से पांच माह तक सेवाएं दी और 18 नवंबर 2018 को इनकी तैनाती हमीरपुर स्थित एचपीटीयू में की गई। तब से वह यहीं तैनात हैं। इस समय वह मेडिकल कालेज हमीरपुर में एडीशनल डायरेक्टर एडमिन के पद पर भी हैं।