नोटबंदी के खिलाफ प्रदेश काग्रेस कमेटी ने सोमवार को विकासनगर में चक्काजाम और आरबीआइ के क्षेत्रीय कार्यालय शिमला का घेराव किया। इस दौरान यातायात को बंद कर दिया व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के विरोध में नारेबाजी की।
नोटबंदी के करीब 75 दिन बाद भी जनता को आ रही दिक्कतों को काग्रेस ने मुद्दा बनाया और केंद्र सरकार की नाकामियों को उजागर किया। धरने के दौरान विकासनगर से पंथाघाटी मार्ग पर पौने घटे तक जाम लगा रहा। प्रदेश के अन्य जिला काग्रेस कमेटी के अध्यक्षों, पीसीसी के पदाधिकारी, युवा काग्रेस, महिला काग्रेस और काग्रेस सेवादल के कार्यकर्ताओं ने यातायात जाम किया। इस दौरान प्रदेश काग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में आरबीआइ के क्षेत्रीय अधिकारी के माध्यम से आरबीआइ के गवर्नर को ज्ञापन भी भेजा गया।
इस मौके पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, पाच राज्यों के विधानसभा चुनाव में जनता नोटबंदी का जवाब वोटबंदी से देगी। कहा कि जैसे प्रधानमंत्री ने नोटबंदी की है वैसे ही जनता अब वोटबंदी करेगी। नोटबंदी देश की आजादी का सबसे गलत फैसला है और इसका खामियाजा आने वाले दिनों में झेलना होगा। नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार ने इस पर 138 संशोधन किए और आरबीआइ ने ही अपने फैसलों में 78 संशोधन किए पर लोगों की दिक्कतें आज दिन तक दूर नहीं हुई हैं।
भाजपा ने किया राजनीति का व्यापारीकरण : सुक्खू
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि भाजपा ने राजनीति का व्यापारीकरण किया है जबकि कांग्रेस ने राष्ट्रसेवा के लिए काम किया है। कहा कि नोटबंदी जल्दबाजी में देश की जनता पर थोपा गया फैसला है और आरबीआइ संस्था की स्वायत्तता को भी खत्म किया गया। सुक्खू ने अनुराग ठाकुर को झूठा हल्फनाम दायर करने और बिंदल को जमीनी मामले में आड़े हाथ लिया। नोटबंदी से ठीक पहले भाजपा ने प्रदेश में चार स्थानों टूटीकंडी, हमीरपुर, सोलन और परागपुर में जमीन खरीदी हैं और इसके उनके पास प्रमाण हैं। वहीं, धर्मशाला को प्रदेश की दूसरी राजधानी बनाने के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह सरकार के निर्णय पर सुक्खू ने कोई जवाब नहीं दिया।
केवल दो मंत्री हुए शामिल
धरने में प्रदेश सरकार के केवल दो मंत्री सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री विद्या स्टोक्स और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कर्नल धनिराम शांडिल शामिल हुए। इसके अलावा सीपीएस विनय कुमार ने भी भाग लिया।
आरबीआइ के अधिकारी खुद पहुचे ज्ञापन लेने
काग्रेस ने आरबीआइ कार्यालय का घेराव किया और कांग्रेस नेताओं ने कार्यकताओं को संबोधित भी किया। प्रदेश काग्रेस अध्यक्ष सुक्खू, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में आरबीआइ के क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाना था, लेकिन आरबीआइ के अधिकारी स्वयं धरना स्थल पर पहुचे। प्रदर्शन के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सुखविंदर सिंह सुक्खू, मंत्री विद्या स्टोक्स व धनीराम शाडिल समेत अन्य नेताओं ने आरबीआइ के अधिकारी को नोटबंदी के खिलाफ ज्ञापन सौंपा।
सिरमौर से से भी गये थे कई कांग्रेसी नेता
जिनमे मुख्य रूप से पहुचे वरिष्ट कांग्रेसी नेता अनिंदर सिंह नोटी ने भी लोगो को संबोधित किया था |