( जसवीर सिंह हंस ) पांवटा साहिब के पुरूवाला पंचायत को सांसद वीरेंद्र कश्यप के द्वारा गोद लिया गया है तथा इस गांव के लिए सांसद को कुछ बजट खर्च करने के लिए दिया जाता है उसके बावजूद भी इस गांव के हाल देखने लायक है इस गांव में एक नहर काफी पुराने समय से है जो कि आज जज्जर हाल में है जिसकी वजह से किसानों को काफी नुकसान सहना पड़ रहा है इतना ही नहीं इस नहर की सफाई किए कई अरसा हो गया है और नहर की लिकिज की वजह से नहर का पानी किसानों के खेतों में जा रहा है | वही आदर्श ग्राम पुरूवाला में गन्दी तथा टूटी गलिया विकास के नाम पर केवल जुमलो को दिखाती है | वही आदर्श ग्राम पुरूवाला में विकास के दावे भी खोखले नजर आ रहे है |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत सांसद वीरेंद्र कश्यप द्वारा गोद लिया गया पुरुवाला गांव बदहाली के आंसू बहा रहा है. इस योजना के तहत पुरुवाला में अभी तक धरातल पर कोई काम हुआ ही नहीं| मीडिया ने सांसद वीरेंद्र कश्यप द्वारा गोद लिए गए पांवटा विधानसभा क्षेत्र के पुरुवाला गांव का जायजा लिया था, जहां आदर्श गांव जैसी कोई भी बात नज़र नहीं आयी. स्थानीय लोगों का कहना था कि यहां सांसद आये जरूर हैं लेकिन जो गांव के लिए विकास के वायदे उन्होंने जनता से किये थे उसे पूरा नहीं कर पाए.
सांसद वीरेंदर कश्यप संासद आदर्श ग्राम पुरूवाला में आधार भूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवा सके | विधायक पांवटा निर्वाचन क्षेत्र सुखराम चौधरी भी सालो बाद नींद से जागते हुए गत दिनों नाहन में एक ग्राम पंचायत को आदर्श बनाने के लिए बोल चुके है ।इस बार शिमला संसदीय सीट से लोकसभा प्रत्याशी सुरेश कश्यप को गत सांसद वीरेंदर कश्यप के द्वारा किये कर्मो का नतीजा भोगना पड़ेगा क्यूंकि जनता में भाजपा के सांसद व स्थानीय विधायक के प्रति काफी विरोध देखा जा रहा है | सांसद वीरेंदर कश्यप ने तो जनता को पांच साल तक जनता जनार्धन को अपनी शक्ल नहीं दिखाई व जनता के प्रति उनका कोई लगाव नहीं था ना ही सांसद किसी के सुख दुख में शरीक हुए ना हि सांसद वीरेंदर कश्यप इलाके में कोई खास विकास कार्य करवा पाए ना हि कोई नयी योजनाये ला सके | इस इसका नतीजे के जनता वोट के रूप में सुरेश कश्यप से बदला ना ले |
किसानों का कहना है कि उन्होंने इस समस्या के बारे में विधायक सुखराम को भी कई बार अवगत करवाया तथा पीडब्ल्यूडी विभाग तथा आईपीएच विभाग को इस बारे कई बार सूचना भी दी तथा आला अधिकारियों ने मौके पर आकर निरीक्षण भी किया परंतु कोई भी हल नहीं निकल पाया और आज 6 महीने हो गए किसान बिना फसल के बैठे हैं खेतों में पानी आने के कारण किसान फसल नहीं लगा पा रहे हैं | इतना ही नहीं पुरूवाला पंचायत के संतोखगढ के लोगों ने इस बारे जनमंच कार्यक्रम जो पुरूवाला पंचायत में आयोजित किया गया था वहां भी इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई थी उसके बावजूद भी कोई हल नहीं निकला।