जहां एक ओर हिमाचल पुलिस के आला अधिकारी नशा तस्करों पर लगाम कसने की बात कर रहे हैं तथा स्कूलों में जाकर वह जगह-जगह भाषण दे रहे हैं कि नशे पर लगाम लगाई जा रही है वहीं सरकार भी अन्य राज्यों के साथ मिलकर नशे पर लगाम लगाने की दावे कर रही है वहीं इस मामले में न्यायपालिका भी सख्त कार्रवाई कर रही है परंतु वही चंद भ्रष्ट पुलिस अधिकारी हिमाचल पुलिस की नाक कटवाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे
मामला पांवटा साहिब पुलिस स्टेशन का है जहां पर एक युवक की माँ ने हिमाचल प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल हिमाचल के मुख्यमंत्री हिमाचल पुलिस के महानिदेशक व हिमाचल प्र्देव्श के मुख्य न्यायधीश को भेजी लिखित शिकायत में पुलिस के एक अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं महिला संजीदा पत्नी स्वर्गीय महमूद मकान नंबर 84 वार्ड नंबर 9 देवी नगर शिकायत में आरोप लगाया कि उसका बेटा आसिफ जो कि नशे के चंगुल में फंस गया था पुलिस ने साजिश के तहत नशे का तस्कर बता कर गिरफ्तार कर लिया जबकि आसिफ के पास नशा तस्करी के पैसे भी नहीं थे
10 अप्रैल को आशीष को जब पुलिस ने पकड़ा तो उसकी मां ने अपने बेटे के साथ मुलाकात की तथा पुलिस अधिकारी जो कि एक एएसआई लेवल का अधिकारी है को महिला के सामने उसके पुत्र ने नशा तस्कर कल्लू पुत्र राजेंद्र व सीमा और एक अन्य बड़े नशा तस्कर का नाम बताया था जो कि नशा तस्करी का कारोबार करते हैं तथा युवक को उन्होंने केवल स्मेक पीने के लिए दिया करते थे युवक की मां का आरोप है कि नशा तस्कर ने अपनी दवाई लाने के लिए युवक को अपने साथ उत्तराखंड के किसी गांव में ले गया बाद में कल्लू ने पुलिस के साथ साजिश कर गोविंदघाट बैरियल पर कल्लू ने दवाई का पैकेट बता कर सादी वर्दी में तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा उसको पकड़वा दिया तथा पुलिस ने उसको समेत तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया
महिला का आरोप है कि एएसआई ने जानबूझकर उसके बेटे के बयान बदलवा दिए तथा अपने हिसाब से ही बयान लिखकर उन पर दबाव डाला महिला ने आरोप लगाया है कि ड्रग्स माफिया से मिलकर जांच अधिकारी ने सारे केस उनके बेटे के ऊपर बनाकर मुख्य नशा तस्करों से साजिश कर तथा मिलीभगत कर कोई कार्यवाही नहीं की बताया जा रहा है कि कल्लू जो कि बड़ा नशा तस्कर है तथा माफियाओं के साथ मिलकर तस्करी करता है तथा युवाओं की जिंदगी बर्बाद कर रहा है महिला का आरोप है कि पुलिस का जांच अधिकारी नशा तस्करों से मिलीभगत कर युवाओं की जिंदगी बर्बाद करने में लगा हुआ है
तथा पुलिस की ड्रग माफिया को संरक्षण है तथा नशे में फंसे युवाओं को झूठे मुकदमों में गिरफ्तार कर पुलिस वाह वाही बटोर रही है यदि इसमें उचित जांच की जाए तो अन्य सबूत भी सामने आ सकती है तथा महिला अन्य सबूत भी प्रस्तुत करने के लिए तैयार है उन्होंने अधिकारियों से मांग कि है कि पुलिस की मिलीभगत को तोड़ने के लिए उच्च स्तरीय जांच की जाए तथा दोषी पुलिस कर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए