ज़िला कांग्रेस कमेटी सिरमौर ज़िला अध्यक्ष अजय सोलंकी ने प्रेस जारी एक बयान में अमित शाह की रैली को एक फ़्लॉप शो बताया । उन्होंने कहा कि सिरमौर के प्रमुख मुद्दों से अमित शाह ने किया किनारा- सोलंकी ने कहा कि 25 हजार की भीड़ जुटाने का दावा फुऱ, हरियाणा से किराए पर बुलाई भीड़, सिरमौर को मुख्य मुद्दों से किया निराश ।
सोलंकी ने कहा कि सिरमौर के नाहन में आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से बड़ी उम्मीद लेकर दूरदराज क्षेत्र के कुछ लोग चौगान मैदान पहुंचे थे। मगर अमित शाह ने सिरमौर की जनता को पूरी तरह से निराश कर दिया है। पिछले सभी चुनावों में भाजपा के प्रत्याशी रेल व गिरी पार के मुद्दे को लेकर संसद पहुंचे थे। मगर इस बार उनके एजेंडे से यह प्रमुख मुद्दे ही गायब हो चुके हैं।जारी प्रेस बयान में जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजय सोलंकी ने कहा कि 2 घंटे से भी ज्यादा लेट पहुंचे अमित शाह ने अपने पूरे भाषण में केवल जुमलेबाजी ही करी। लोगों को बड़ी उम्मीद थी कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरी पार को जनजातीय दर्जा दिलाने तथा सिरमौर को रेल से जोड़ने और आई आई एम में सिरमौर के लिए कम से कम 10 सीटों की रिजर्वेशन का आश्वासन देंगे।
अजय सोलंकी ने कहा कि इनके नेता आसमान में उड़ रहे हैं क्योंकि इन्हें अपनी अब जमीन की शक्ति नजर आ रही है। सोलंकी ने कहा कि इस बार चुनाव में इन्हें अपना कॉडर वोट भी डलने वाला नहीं है। कार्यकर्ता मायूस हो चुका है।सोलंकी ने जारी प्रेस बयान में कहा कि स्थानीय विधायक डॉ राजीव बिंदल ने 25 हजार की भीड़ जुटाने का दावा किया था। निजी स्कूलों को उन्होंने अपना फरमान भी दिया हुआ था कि स्कूल की गाड़ियां कार्यकर्ताओं को ढोने के लिए लगाई जाए। बावजूद इसके आयोजित चुनावी जनसभा में स्थानीय लोगों ने किनारा कर लिया। ज्यादातर लोग हरियाणा से किराए पर बुलाए गए थे। बावजूद इसके पच्चीस हजार लोगों की जगह चौगान मैदान में चार पांच हजार लोगों से ज्यादा भीड़ इकट्ठा नहीं हो पाई।इस भीड़ में भी ज्यादातर पुलिस के जवान सिक्योरिटी में लगे हुए थे।
सोलंकी ने कहा कि चौगान मैदान में आयोजित कार्यक्रम पर केवल एक ही नेता का कब्जा था। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम भाजपा के प्रत्याशी सुरेश कश्यप को जिताने के लिए कम लग रहा था जबकि स्थानीय नेता का अपनी नेतागिरी को चमकाने वाला कार्यक्रम मालूम दे रहा था।उन्होंने अपने बयान में प्रशासन को स्थानीय नेताओं का पिट्ठू बताते हुए कहा कि यहां पर चुनाव के दौरान कोई दलील अपील पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सोलंकी ने कहा कि नाहन में पूरा शहर भाजपा के झंडों से भर दिया गया था।
मगर प्रशासन आंखें मूंदे बैठा रहा। सोलंकी ने कहा कि उन्होंने इसकी शिकायत जब इलेक्शन ऑब्जर्वर से की तो तब कहीं जाकर झंडे उतरवाए गए। इसे जाहिर होता है कि जिला प्रशासन किस कार्यशैली में कार्य कर रहा है।उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि जिला सिरमौर का सबसे ज्वलंत मुद्दा गिरी पार क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र का दर्जा दिलाने का है। कार्यक्रम में जनजातीय क्षेत्र उत्तराखंड से जुड़े हुए नेता मुन्ना चौहान भी आए हुए थे। उनके साथ साथ सभी प्रमुख नेता इस मुद्दे पर चुप्पी साधे रहे।सोलंकी ने कहा कि कि सकते हुए जनाधार में भाजपा नेता बौखलाए हुए हैं। पैसे के दम पर दूसरे राज्यों से किराए पर भीड़ इकट्ठा कर अपनी कमर खुद थपथपा रहे हैं। 23 तारीख को उनका यह भ्रम भी टूट जाएगा।